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फैशन नहीं अपनी आँखों की सुविधा के अनुसार चुने Sunglasses, वरना बड़ सकता है इन बीमारियों का खतरा !!

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बहुत से लोग अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा लगाते हैं। जब बाहर धूप हो तो गॉगल्स पहनना जरूरी है क्योंकि धूप आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है, और हवा चलने पर धूल जा सकती है। Sunglasses आपकी आंखों को सूरज की किरणों से सुरक्षित रखते हैं। लेकिन पूरे दिन इन्हें पहनने से नींद आना मुश्किल हो सकता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आप बिना Sunglasses के धूप में कैसे रह सकते हैं।

  • जब आप तेज धूप में बाहर जाते हैं तो धूप का चश्मा आपकी आंखों के लिए ढाल की तरह होता है। वे आपकी आंखों को सूरज की तेज किरणों से चोटिल होने से बचाते हैं जो आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं और देखने में मुश्किल कर सकती हैं।
  • जब आप Sunglasses पहनते हैं, तो आप अपनी आँखों को बिना सिकोड़े देख सकते हैं। सूरज की तेज़ किरणें हमारी आँखों में प्रोटीन को नुकसान पहुँचा सकती हैं और इसे देखना मुश्किल बना सकती हैं या यहाँ तक कि अंधापन भी पैदा कर सकती हैं।
  • इसके अलावा इसके डैमेज होने के कारण कॉर्नियल डिजनरेशन, मोतियाबिंद, अंधापन, या फिर मैक्यूला भी हो सकता है। इसलिए, Sunglasses पहनने से हमारी आँखों को चोट से बचाने में मदद मिलती है।

किन लोगों को लगाने चाहिए sunglasses

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जो लोग देर तक धूप में समय बिताते हैं या फिर पहाड़ों पर स्कीइंग करते है, समन्दर में मछली पकड़ते हैं, स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भाग लेते हैं, तो ऐसे लोगों को sunglasses लगाना जरूरी हो जाता है। ऐसा ना करने से आपकी आंखे सुखी पड़ सकती है।

  • हमारी आंखें बहुत ही नाजुक होती हैं और इनका ख्याल रखने की जरूरत होती है। धूप का चश्मा पहनने से उनकी रक्षा करने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
  • आँखों का ध्यान रखने के लिए आपको संतुलित आहार खाना बेहद जरूरी है, अपने आहार में अधिक फाइबर, फल और सब्जियां, Vitamin और स्वस्थ वसा शामिल करने से आपकी आँखों को सम्पूर्ण पूर्ण पोषण तत्व मिल जाते है।

कौन से Sunglasses है आपके लिए सही

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  • ज्यादातर लोग फैशन और facecut के आधार पर चश्मा खरीदते हैं, लेकिन इसके अलावा भी एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप जो भी गॉगल खरीद रहे हैं उसके glasses आपको UV rays और UVV rays से बचते है या नहीं। जब भी आप गॉगल्स खरीदे तो इस बात की जांच जरूर कर लें कि क्या यह आपको सूरज की हानिकारक किरणों से बचाते हैं या नहीं।
  • Sunglasses के टैग पर जरूर चेक करें कि वह आपको 99 या 100 प्रतिशत सुरक्षा देने की बात कह रहे हैं या नहीं और याद रखें कि आपको ‘बिगर इज द बेस्ट’ थिअरी अपनानी चाहिए, मतलब जीतने बड़े Sunglasses होंगे आपकी आँखों को उतना फायदा मिलेगा।

UV फ़िल्टर वाले Sunglasses है जरूरी

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  • Sunglasses में एक विशेष कोटिंग होती है जो केवल रोशनी में आने से हमारी आंखों को सुरक्षित रखने में मदद करती है। ऐसे धूप के चश्मे पहनना महत्वपूर्ण है जिनमें हमारी आंखों की सुरक्षा के लिए यह कोटिंग हो।
  • Sunglasses पर एक तरह का स्पेशल केमिकल लगाया जाता है, जिससे लाइट फिल्टर होकर आंखों तक पहुंचती है, जिससे आंखे सेफ रहती हैं। चश्मा यूवी फिल्टर वाला होना जरूरी है।
  • हर समय धूप का चश्मा पहने रहना, भले ही आपको उनकी आवश्यकता न हो, आपके शरीर की प्राकृतिक लय में समस्या पैदा कर सकता है और आपको बीमार कर सकता है। Sunglasses सूरज और हानिकारक किरणों से आपकी आंखों के लिए एक कवच की तरह होता है।

लेकिन अगर आप उन्हें हर समय पहनते हैं, तो यह आपके शरीर के संतुलन को बिगाड़ सकता है और आपको उदास या नींद नहीं आने देता है। Sunglasses पहनने के बारे में भी विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है। हर पल गॉगल लगाए रखने से आपको इनसोमिया और डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारिया हो सकती है।

Sunglasses Store Near Me

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आप अच्छे sunglasses के लिए Google पर टाइप करें sunglasses store near me और अपने पास के sunglasses store जाकर अच्छी qualityके Sunglasses खरीद कर लाए। यहाँ आपको luxury sunglasses brands भी सकती है जिनमे आपको ज्यादा protection देखने को मिल जाएगी। जैसे

  • Gucci
  • Prada
  • Ray Ban
  • Fastrack
  • IDEE
  • Oakley
  • Vogue
  • Joe Black

1. मोतियाबिंद (Cataracts) क्या है ?

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काला मोतियाबिंद एक प्रकार का नेत्र रोगों में जो ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाते , जो आंख से मस्तिष्क तक दृश्य सूचना प्रसारित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका में होता है। आम तौर पर आंख के अंदर दबाव में वृद्धि के कारण होता है ।
काला मोतियाबिंद इसको ग्लूकोमा भी कहते है। यह कई प्रकार होते है ।यह आँखों में समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है, एवं इसके कोई गंभीर लक्षण नहीं होते हैं। एक अन्य प्रकार के ग्लूकोमा में क्लोज-एंगल ग्लूकोमा भी होता है, जो अचानक आंखों में दर्द , सूजन और मतली,जो जन्मजात ग्लूकोमा जैसे लक्षण आसानी से पैदा कर सकता है, जो जन्म के समय से आपको अंधेपन का शिकार बना सकता है।

2. Sunglasses से ग्रंथि पर पड़ता है बुरा असर

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हेल्‍थ ऑप्टिमाइजिंग बायोहैकर, साइकोलॉजी स्पेशलिस्ट, एंटरप्रेन्योर और ग्लोबल स्पीकर टिम ग्रे का कहना है कि “हर समय धूप का sunglasses पहने रहना आपके मस्तिष्क और त्वचा को भ्रमित कर सकता है। आपका मस्तिष्क सोच सकता है कि बाहर हमेशा बादल छाए रहते हैं और आपकी त्वचा धूप के लिए तैयार नहीं होगी”। मस्तिष्क को सेहतमंद और स्वस्थ रखने के लिए उचित पोषण मिलन जरूरी है जिससे उनका दिमाग एक्टिव रहे, इसलिए आपको Brain food मे अच्छी डाइट को शामिल करना चाहिए।

  • जब सूरज दिन में चमक रहा होता है, तो यह हमारे शरीर को एक विशेष संकेत भेजता है जो हमारे दिमाग को बताता है कि बाहर धूप है। यह हमारी त्वचा को विटामिन बनाने के लिए तैयार करता है जो हमें मजबूत और स्वस्थ बनने में मदद करता है।
  • टिम ग्रे ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा-“धूप से दिन में सूर्य से एक निश्चित वेवलेंथ आंखों तक पहुंचती है जो पिट्यूटरी और पीनियल ग्रंथि पर असर डालती है और दिमाग को यह सोचने देती है की बाहर धूप है”। टिम ग्रे ने ‘सूरज की रोशनी के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह ब्रेन में हाइपोथैलेमस को स्टिमुलैट कर आपके हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है जो आपके पीनियल ग्रंथि से जुड़ा हुआ है।

एक्सपर्ट का कहना है कि जब आपकी आंखें स्वाभाविक तरीके से सनलाइट एब्जॉर्ब नहीं करती तो आपके हार्मोन साइकिल बदल जाते हैं। इससे आपका बॉडी सिस्टम और मूड बदल जाता है।’

Experts का यह है कहना

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उन्होंने कहा ‘इस वजह से आपकी आंखें थकावट से भर जाती है क्योंकि उन्हें नेचुरल लाइट के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, इससे कई बार आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ता है। स्कीइंग करते समय, या ड्राइविंग करते समय धूल से बचने के लिए Sunglasses की अपनी भूमिका है लेकिन यह रोजाना या पूरे दिन इस्तेमाल की चीज नहीं है।’

2014 में, एक अध्ययन में पाया गया कि UV Rays हमारी आंखों में प्रोटीन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। अगर ऐसा ज्यादा होता है तो इससे मोतियाबिंद, धुंधली दृष्टि और हमारी आंखों में रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं यह समस्या एक गंभीर बीमारी को न्योता देने लगती है इसलिए अपनी आँखों को धूप से बचाना ज़रूरी है।

 

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