भले ही व्यक्ति की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आ गई हो, लेकिन इंसान के शरीर में कोविड वायरस 39 दिन से ज्यादा दिन से ज्यादा तक जिंदा रह सकता है। इसके अलावा कोरोना इंसान के फेफड़ाें के साथ किडनी, लिवर, पैंक्रियाज, ब्रेन और हार्ट पर भी बुरा असर डाल रहा है।
संक्रमित शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद जानकारी आई सामने :
भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) में हुए एक शाेध में यह जानकारी सामने आई है। एम्स भोपाल के निदेशक (Director AIIMS Bhopal) डॉ. सरमन सिंह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान द्वारा पिछले कुछ समय से कोविड संक्रमित शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा था। इस दौरान करीब 21 शवों की अटॉप्सी की गई, जिसमें कुछ हैरान करने और चिंता में डालने वाली जानकारियां सामने आई हैं।
दरअसल पहले यह माना जा रहा था कि कोरोना केवल व्यक्ति के फेफड़ों को डेमेज करता है, लेकिन शवों पर हुए शाेध के बाद पता चला है कि कोरोना वायरस से किडनी, ब्रेन, पैंक्रियाज, लिवर और हार्ट की समस्या भी हो रही है।
मौत के 20 घंटे बाद तक शरीर में जिंदा रहा कोरोना
मृतकों में से 45 फीसदी के ब्रेन में कोविड-19 संक्रमण पहुंच गया था, 90 फीसदी फेफड़ों में और इसके अलावा किडनी, लिवर, पैनक्रियाज के संक्रमित होने की बात भी सामने आई है।