Health

Mustard Oil vs Olive Oil: कौन सा तेल है आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर?

Mustard Oil vs Olive Oil

Mustard Oil vs Olive Oil: सरसों का तेल और जैतून का तेल दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन इनके फायदे और उपयोग के तरीके अलग-अलग होते हैं। आइए, इन दोनों तेलों की तुलना करके समझते हैं कि कौन सा तेल आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है।

Mustard Oil (सरसों का तेल)

Mustard Oil vs Olive Oil

  1. पोषण तत्व: Mustard Oil में मोनोअनसैचुरेटेड फैट (MUFA) लगभग 60% और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट (PUFA) लगभग 21% होता है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड भी होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
  2. हृदय स्वास्थ्य: सरसों का तेल खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने और हृदय रोग को रोकने में मदद करता है।
  3. जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण: सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट जैसे यौगिक पाए जाते हैं, जिनमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं।
  4. इरुसिक एसिड: सरसों के तेल में इरुसिक एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो अधिक सेवन करने पर हानिकारक हो सकता है। इसलिए इसका सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।

Mustard Oil आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से

Mustard Oil vs Olive Oil

  1. Mustard Oil को गर्म (उष्ण) माना जाता है और इसकी गर्म और तीखी प्रकृति के कारण यह पित्त दोष को बढ़ा सकता है। यह पाचन और चयापचय को उत्तेजित कर सकता है।
  2. कफ प्रकृति के लोगों के लिए सरसों के तेल की सिफारिश की जाती है, क्योंकि उन्हें वजन बढ़ने, सुस्त पाचन और अत्यधिक बलगम जैसे असंतुलन के लक्षणों का अनुभव हो सकता है। सरसों का तेल इन समस्याओं का मुकाबला करने में मदद कर सकता है।
  3. पित्त प्रकृति या पित्त असंतुलन और अम्लता, गर्मी और सूजन जैसे लक्षणों वाले लोगों को सरसों के तेल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गर्म होता है।
  4. वात प्रकृति या वात असंतुलन और सूखापन, ठंड और हल्कापन जैसे लक्षणों वाले लोगों को भी सरसों के तेल से बचना चाहिए, क्योंकि इसकी गर्म प्रकृति सूखापन और असंतुलन जैसे चिंता, शुष्क त्वचा या कब्ज को बढ़ा सकती है।

Olive oil (जैतून के तेल )

Mustard Oil vs Olive Oil

  1. पोषण तत्व: Olive oil में मोनोअनसैचुरेटेड वसा लगभग 73%, पॉलीअनसेचुरेटेड वसा (PUFA) लगभग 11%, और संतृप्त वसा 14% होती है। इसमें विटामिन ई और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
  2. हृदय स्वास्थ्य: जैतून का तेल खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं।
  3. सूजनरोधी गुण: जैतून के तेल में पॉलीफेनोल्स प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने का काम करते हैं।
  4. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: जैतून के तेल में विटामिन ई और पॉलीफेनॉल जैसे एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं को क्षति से बचाने और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करते हैं।

Olive oil: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से

Mustard Oil vs Olive Oil

  1. Olive oil में कूलिंग (शीत) प्रभाव माना जाता है, जो गर्मी को कम करने के लिए सुखदायक और फायदेमंद हो सकता है। यह हल्का होता है और पाचन संबंधी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण नहीं बनता है।
  2. ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से वात को लाभ होता है, क्योंकि इसका शरीर पर चिकनाई और हाइड्रेटिंग प्रभाव होता है, यह रूखेपन को कम करने और त्वचा में नमी को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह वात की अनियमित और शुष्क प्रवृत्तियों को शांत करने में भी मदद करता है।
  3. पित्त वाले व्यक्ति जो गर्मी और सूजन से ग्रस्त होते हैं, उन्हें भी ऑलिव ऑयल के कूलिंग गुणों से लाभ होता है। यह सूजन को शांत करने और अतिरिक्त गर्मी को संतुलित करने में मदद करता है।
  4. कफ वाले व्यक्तियों को कम मात्रा में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इसकी कैलोरी घनत्व के कारण अधिक मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से वजन बढ़ सकता है और कफ की भारीपन और सुस्ती जैसी विशेषताओं को और बढ़ा सकता है।

Mustard Oil vs Olive Oil

सरसों के तेल की तुलना में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का तापमान लगभग 160-190 C या 320-374 F होता है और यह कम से मध्यम गर्मी में खाना पकाने, ड्रेसिंग और ड्रिज़लिंग के लिए बेहतर है। अपने वेजिटेबल सलाद पर ड्रेसिंग के रूप में कोल्ड-प्रेस्ड या वुड-प्रेस्ड एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा है। ऑलिव ऑयल को आमतौर पर एंटीऑक्सीडेंट के लिए बेहतर माना जाता है। इसमें बेहतर एंटीऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट प्रोफाइल भी है, जो कई क्रॉनिक बीमारियों से बचाता है।

Read Also: Health Tips: करें इन 4 बीजों का सेवन, शुगर रोगियों को मिलेगा फायदा, हमेशा रहेंगे दुरुस्त

Mustard Oil vs Olive Oil: निष्कर्ष

दोनों तेलों के अपने-अपने फायदे हैं और यह आपके उपयोग और स्वास्थ्य आवश्यकताओं पर निर्भर करता है कि कौन सा तेल आपके लिए बेहतर है। अगर आप भारतीय खाना पकाने के लिए तेल चुन रहे हैं, तो सरसों का तेल एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसका स्मोकिंग पॉइंट अधिक होता है और यह तलने के लिए उपयुक्त है3। वहीं, जैतून का तेल सलाद और डिप्स के लिए बेहतर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है3।

आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा तेल वही होगा जो आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं और खानपान की आदतों के अनुसार हो। दोनों तेलों का संतुलित उपयोग आपके आहार को और भी स्वास्थ्यवर्धक बना सकता है।

Read Also: Good Health Tips: बीमारियों को रखना है अपने से कोसों दूर, तो करें इन पोषक तत्वों से भरपूर फलों का सेवन

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp