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अब गांवों में कोरोना की दस्तक, संक्रमण रोकने मध्य प्रदेश में 17 मई तक लाॅकडाउन

मध्य प्रदेश में अब संक्रमण छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में विकराल रूप ले रहा है। सरकार द्वारा किए जा रहे उपाय और चुनावों में की गई लापरवाही अब ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बड़ा संकट बन चुकी है। प्रदेश सरकार द्वारा हालांकि इस दौरान संक्रमण को रोकने जो भी प्रयास किए गए है, लेकिन छोटे शहरों में इन्हें रोकना सरकार के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है। 

संक्रमण दर को कम करने के लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेश में 15 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया है। वहीं प्रदेश में पहले से ही वीकेंड लॉकडाउन का स्टैंडिंग ऑर्डर होने के कारण लॉकडाउन स्वत: ही सोमवार 17 मई की सुबह 6 बजे तक के लिए बढ़ गया है। 

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की दहशत : 
दरअसल प्रदेश में अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमण तीव्र गति से फैल रहा है। इस पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश के टीकमगढ़, शिवपुरी जैसे छोटे शहरों में संक्रमण अपने शबाब पर है। यदि पिछले एक सप्ताह की जानकारी जुटाएं तो टीकमगढ़ में टेस्ट कराने पहुंच रहा हर दूसरा व्यक्ति संक्रमित है। यही हाल कुछ शिवपुरी का भी है। 

टीकमगढ़ में पाॅजिटिविटी रेट 45 प्रतिशत, शिवपुरी में 39 प्रतिशत है। इसके अलावा सिंगाराैली, दतिया में 33 प्रतिशत संक्रमण है। निवाड़ी में 31%, सीधी में 30%, अनूपपुर में 29%, ग्वालियर में 29%, नरसिंहपुर में 28%, कटनी में 28%, सीहोर में 27%, भोपाल में 26%, बालाघाट में 26% और बैतूल में पाॅजिटिविटी रेट 26% है।

गांवों में संक्रमण का खतरा कम आंक रहे हैं लोग : 
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की गंभीरता को सही तरीके से न आंक पाने के कारण लोग समय पर इलाज शुरू नहीं कर पा रहे हैं और गंभीर अवस्था में इलाज करवाने के लिए शहर पहुंच रहे हैं। इस स्थिति पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन को कुछ दिन और बढ़ाया गया है। वहीं अब जागरुकता अभियान के जरिए ग्राम वासियों के द्वारा ही गांव में लॉकडाउन लगाया जा रहा है।
 
गांवों को लेकर सीएम भी चिंतित : 

वहीं गांवों में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान भी चिंतित होने लगे हैं। गुरुवार शाम को हुई एक वर्चुअल कान्फ्रेंस के दौरान सीएम ने कहा था कि संक्रमण अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी पैर पसारने लगा है। इसलिए जरा सी भी ढिलाई की तो बड़े संकट में फंस सकते हैं।

इस दौरान सीएम ने बताया कि जिन जिलों में पॉजिटिव केसों की संख्या अधिक है। वहां ग्रामीण क्षेत्रों में संकट नहीं रोका तो आने वाले समय में स्थिति और भयानक हो जाएगी। वहीं इस मौके पर शादियों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि  ऐसी शादियों का क्या मतलब है, जिससे अपनी और अपनों की जिंदगी ही खतरे में पड़ जाए।

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