ऐसे तो बिजली गिरना कोई नहीं बात नहीं, लेकिन हाल ही के दिनों में देखने काे आ रहा है कि बिजली गिरने की घटनाएं पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो रही हैं। जुलाई 2021 में यूपी के अलग अलग जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसी दौरान राजस्थान में 20 से ज्यादा लोग असमय ही काल के गाल में समां गए।
बताया जाता है कि आमेर के किले के किसी वॉच टॉवर पर खड़े होकर मोबाइल से फोटोग्राफी कर रहे 12 से ज्यादा लोग एक सेकेंड के अंदर ही आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गए थे। साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे।
बिजली गिरने की घटनाओं में लगातार हो रहा है इजाफा :
रिपोर्ट की मानें तो 2020 की तुलना में बिजली गिरने की घटनाओं में 34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल 2019 से मार्च 2020 के दौरान आकाशीय बिजली गिरने की की एक करोड़ 38 लाख घटनाएं हुई थीं। जबकि मार्च 2020 से लेकर अप्रैल 2021 के एक करोड़ 85 लाख बार आकाशीय बिजली धरती पर गिरी है।
मौतों के मामले में भी भारी भरकम इजाफा :
संस्था की रिपोर्ट की मानें तो केवल साल भर के अंदर 1697 लोगों की मौत आकाशीय बिजली ( Lightning) की चपेट में आने से हुई है। आंकड़ों की मानें तो जहां आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में केवल एक साल में 34 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं आकाशीय बिजली से होने वाली मौतों में 168 फीसदी का भारी भरकम इजाफा हुआ है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के मुताबिक 2012 से 2019 के बीच भारत में 21,572 लोगों की मौत आकाशीय बिजली गिरने के कारण हुई है।
लेकिन केवल साल भर में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में इतना बड़ा अंतर आखिर कार क्यों आया है। इस मामले में दुनिया भर की रिसर्च तापमान में आए बदलाव को इसका जिम्मेदार मान रही हैं।
इस कारण पूरी दुनिया में हो रहा है लगातार वज्रपात :