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प्रोक्रेस्टिनेशन या टालमटोल: लगभग हर युवा है इस समस्‍या का शिकार, जानिए इसके नुकसान

प्रोक्रास्‍टीनेशन या टालमटोल एक ऐसी समस्‍या है जो शुरू तो बस एक आदत के रूप में होती है लेकिन बाद यह गंभीर बीमारी की तरह लक्षण दिखाती है, गंभीर बीमारी का आश्रय यह नहीं की यह सिर्फ आपके शरीर के लिए नुकसान दायक है, बल्कि प्रोक्रेस्टिनेशन लोगों के करियर और उन्‍हें दिगामी तौर पर परेशान करती है।

यहां हम विस्‍तार से जानेगें कि प्रोक्रेस्टिनेशन क्‍या है और क्‍यों यह युवाओं में इतनी गंभीर समस्‍या बनती जा रही है।

क्‍या है प्रोक्रेस्टिनेशन या टालमटोल ?

अगर आप उन लोगों में से हैं जो अपने आज का काम थोड़े से आलस्‍य की वजह से कल करने का सोचते हैं या अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिनका सुबह 6 बजे का अलार्म धीरे धीरे 8 बजे तक पहुंच जाता है तो आप भी प्रोक्रेस्टिनेशन या टालमटोल समस्‍या से जूक्ष रहे हैं।

सीधे शब्‍दों मे कहें तो “प्रोक्रेस्टिनेशन अभी के काम को दूसरे समय पर टालने की एक बुरी आदत है।”  

प्रोक्रेस्टिनेशन या टालमटोल के नुकसान:

1. कीमती समय की बर्बादी:

समय की एक बहुत अच्‍छी बात है कि अगर आप इसका सही से उपयोग कर लेते हैं तो यह आपको अच्‍छे परिणाम देता है वहीं दूसरी अगर आप इसका गलत उपयोग करते हैं जैसे अभी के काम को अगले समय पर टाल देना।   

यह एक भयानक भावना है क्योंकि आप समय को वापस नहीं ला सकते समय पर काम न होने पर आपको बस अफसोस करना होगा। अपने आप को निराश महसूस करने से बुरा कुछ नहीं है। अपने काम को दूसरे समय पर टालना समय की बहुत बर्बादी करता है जोकि आपके भविष्‍य के लिए अफसोस भरा हो सकता है।

2. करियर की बर्बादी

जब हम कुछ हासिल करने इच्छा रखते हैं, तो हम एक लक्ष्य निर्धारित करते हैं, और उसे हासिल करने के लिए पूरी ताकत से आगे बढ़ते हैं। लेकिन अपने गोल को पाने के लिए आपको रोजाना थोडी थोडी मेहनत की आवश्‍यकता होती है। यहां पर टालमटोल की भावना आपके लक्ष्‍य को आपसे काफी देर ले जाती है।

3. तनाव की स्थिति

प्रोक्रास्टिनेशन की आदत लोगों को मानसिक रूप से ज्‍यादा परेशान करती है, समय पर काम न होना तनाव बढ़ाता है और बाद में यही अफसोस का कारण भी बनता है जो आपके आत्‍मविश्‍वास को कमजोर बनाता है।  

कैसे पाए इस स्थिति से निजात:

स्थिति कितनी ही गंभीर हो लेकिन प्रोक्रास्‍टीनेशन है तो एक आदत ही, और अपनी आदत में बदलाव ही आपको इस स्थिति से निकाल सकता है। कई विशेषज्ञों ने प्रोक्रास्‍टीनेशन से बचने के तरीके लोगों के साथ शेयर किए हैं जो हम आपको बताने जा रहे हैं।

  • लिस्‍ट बनाएं

अपने दिन भर के कामों की लिस्‍ट बनाना बहुत आसान काम है, साथ ही यह बहुत प्रभावी तरीका भी माना गया है।  इसमें आप सुबह उठते एक लिस्‍ट बनाएं जिसमें आप लिखने की आपको आज दिन भी कौन कौन से महत्‍वूपर्ण काम करने हैं और रात को सोते समय लिस्‍ट चेक करे कि आपने दिनभर में अपने कितने काम खत्‍म कर लिए। कुछ दिनों तक रोजाना ऐसा करने से आप अपने सारे काम समय पर कर सकेगें।

  • 2 मिनट नियम का पालन करें

कभी-कभी आपको ऐसे कार्य का सामना करना पड़ता है जिसे आप वास्तव में करना नहीं चाहते हैं। लेकिन एक बार जब आप इसे छोटे टुकड़ों में तोड़ देते हैं, तो यह काम आसानी से हो जाता है,

2 मिनट एक मनोवैज्ञानिक तरीका है जिसमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितना कठिन काम हो सकता है, केवल दो मिनट के लिए इसे और आप देखेगें कि किनता दबाव आप कम कर चुके हैं और धीरे धीरे आप इसे पूरा कर लेगें।

  • ध्‍यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहें

आपका ध्यान भटकने के तरीकों पर ध्यान दें। हो सकता है कि आप फेसबुक या ट्विटर पर थोड़ी देर के लिए आए हों। लेकिन इनमें इतने व्‍यस्‍त हो गए कि आपका जो काम था वह भूल गए। जब भी आप कोई काम करे रहे हों तो यह याद रखें की सोशल मीडिया से संबंधित चीजों को अपने आप से दूर रखें ताकि आप अपना काम समय पर पूरा कर पाएं।

इन तरीकों से आप प्रोक्रेस्टिनेशन की समस्‍या को दूर कर सकेगें। याद रखें यह सिर्फ एक आदत जो समय के साथ बढ़ती है और ज्‍यादा नुकसानदायक बन जाती है लेकिन समय पर सुधार आपको इस समस्‍या से छुटकारा दिला सकता है।

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