Asad Ahmad Encounter: जिस वक्त असद का एनकाउंटर किया गया, तब उसके हाथ में एक विदेशी पिस्टल थी। इस पिस्टल के बारे में हर जगह चर्चा हो रही है।
असद अहमद के हाथ में वॉल्थर पी88 पिस्टल थी। वहीं शूटर गुलाम के हाथ में ब्रिटिश बुल डॉग रिवॉल्वर पाई गई। आखिर ये पिस्टल कहां, किस देश की निर्मित हैं। इसके बारे में जानते हैं। (Asad Ahmad Encounter)
वॉल्थर पी88 पिस्टल के बारे में
बता दें कि इस पिस्टल को जर्मनी में बनाया जाता है। यह मेड इन जर्मनी है। इसकी पहली डिजाइन 1983 में बनी थी। यह एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल है। वॉल्थर पी88 के दो वैरिएंट आते हैं।

पहला 7.4 इंच लंबा और दूसरा P88 कॉम्पैक्ट है जो 7.1 इंच लंबा है। वजन की बात की जाए तो यह 895 ग्राम होता है। इस पिस्टल में पैराबेलम गोलियां लगती हैं, जो 9*19 मिलिमीटर की होती हैं। (Asad Ahmad Encounter)
वॉल्थर पी88 की रेंज 60 मीटर है। इसमें 15 राउंड की अलग होने वाली बॉक्स मैगजीन लगती है। साल 1997 में पी88 का स्टैंडर्ड मॉडल बेचना बंद हो गया था।
इसके बाद पी99 लॉन्च हुआ। वॉल्थर पी88 कॉम्पैक्ट थोड़ी हल्की और छोटी होती है, कई जगहों पर इसके एयर पिस्टल भी बनाए गए हैं। (Asad Ahmad Encounter)
ब्रिटिश बुल डॉग रिवॉल्वर
यह ब्रिटिश बुल डॉग रिवाल्वर एक पॉकेट रिवॉल्वर है, जो शूटर गुलाम के पास से मिली है। इसे आप आराम से जेब में छुपा सकते हैं। इसे बर्मिंघम में 1872 में फिलिप वेबले एंड संस ने बनाया था।
सन 1872 से 1900 तक इसका उत्पादन किया गया। ब्रिटिश बुल डॉग रिवॉल्वर की बैरल सिर्फ 2.5 इंच की होती है। यह एक डबल एक्शन रिवॉल्वर है, जिसकी रेंज 18 मीटर है। (Asad Ahmad Encounter)
इसमें पांच राउंड का घूमने वाला सिलेंडर होता है। इस बात की भी चर्चा हो रही है कि इनके पास ये हथियार कहां से आए।उमेश पाल मर्डर केस में यूपी पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। (Asad Ahmad Encounter)
यूपी एसटीएफ ने झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद को ढेर कर दिया है। इसके अलावा उमेश पाल की दिनदहाड़े कत्ल करने वाला मोहम्मद गुलाम भी ढेर हो गया है। UP STF के ADG अमिताभ यश ने इस मामले की पुष्टि की है।

असद और मोहम्मद गुलाम बड़ा गांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच पारीछा डैम के इलाके में छिपे बैठे थे। यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि असद और और गुलाम को जिंदा पकड़ने का प्रयास किया गया था। लेकिन इन्होंने एसटीएफ टीम पर फायरिंग कर दीदी, उसके बाद उन्हें एनकाउंटर में मार दिया गया।