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पीएम इंद्रागांधी पुण्यतिथि: जानिए क्या था ऑपरेशन ब्लूस्टार जो बना प्रधानमंत्री इंद्रागांधी की मौत की वजह-

भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रागांधी जिन्‍हें आयरन लेडी के नाम से भी जाना जाता है। 31 अक्‍टूबर को पीएम इंद्रगांधी को उनकी पुण्‍यतिथि के लिए याद किया जाता है। भारतीय प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी की हत्या 31 अक्टूबर 1984 को नई दिल्ली के सफदरजंग रोड स्थित उनके आवास पर सुबह 9:29 बजे की गई थी। ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद उसके सिख अंगरक्षकों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने उन पर गोलीओं से हमला कर उन्‍हें मौत के घाट उतार दिया था।

क्‍या था ऑपरेशन ब्‍लूस्‍टार?

ऑपरेशन ब्लूस्टार एक सैन्य अभियान था जो जून 1984 में स्वर्ण मंदिर में हथियारबंद आतंकवादियों को हटाने के लिए किया गया था। पीएम इंद्रागांधी की सरकार ने आतंकवादियों को मारने के लिए स्वर्ण मंदिर (हरमंदिर साहिब) के निवास को नष्‍ट करके इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।

दरहसल यह ऑपरेशन अमृतसर के सिख नेता संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को पकड़ने के लिए किया गया था जोकि भारत से अलग देश का बटवारा करके खालिस्‍तान की मांग कर रहे थे।  सरकार की रिपार्ट के अनुसार भिंडरावाले और उनके अनुयायी पाकिस्‍तान से हथियार और सैन्‍य शक्ति की मदद लेकर भारत के बटवारे का इरादा बना रहे थे।

यह ऑपरेशन प्रधान मंत्री इंद्रागांधी की इजाजत से सेवानिवृत्त जनरल एस.के. सिन्हा की देख रेख में किया गया था। इस ऑपरेशन में राजनीतिक दल अकाली दल के अध्यक्ष हरचंद सिंह लोंगोवाल और संत जरनैल सिंह भिंडरावाले को मार दिया गया था।

कैसे ऑपरेशन ब्‍लूस्‍टार बना प्रधानमंत्री इंद्रागांधी की मौत की वजह?

दरहसल ऑपरेशन ब्‍लूस्‍टार में स्वर्ण मंदिर (हरमंदिर साहिब) पूरी तरह से नष्‍ट हो गया था, और साथ ही अकाली दल के अध्यक्ष हरचंद सिंह लोंगोवाल और संत जरनैल सिंह भिंडरावाले भी इस ऑपरेशन में मारे जा चुके थे। यही कारण था कि सिख समुदाय भारत की प्रधानमंत्री इंद्रागांधी से बहुत नाराज था और देश में दंगे हो रहे थे। और इसी नाराजी के चलते पीएम इंद्रागांधी के अंगरक्षक सतवंत सिंह और बेअंत सिंह जोकि सिख समुदाय के थे उन्‍होनें प्रधानमंत्री को गोलियों से मौत के घाट उतार दिया।

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