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G20 Summit मेहमानों का स्वागत करेगी AI एंकर, Gita Tool से मिलेगा हर सवाल का जवाब, 5 हजार साल का इतिहास दिखेगा

G20-Summit

G20 Summit: Gita Tool एंकर विदेशी मेहमानों का स्वागत करेगी। इसमें एडवांस वॉयस क्लोनिंग टेक्नोलॉजी है, जो रियल एंकर वाली फील देती है। होलोबॉक्स में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है, यानी अगर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होलोबॉक्स के सामने खड़े होते हैं, तो एंकर उन्हें पहचान लेगी।

G20 Summit मेहमानों का स्वागत Gita

G-20 की सुरक्षा के लिए जिस स्तर पर तैयारी की गई है वो अपने आप में चौंकाने वाली है। देश की राजधानी New Delhi में 9 राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष और 100 से ज्यादा वीवीआईपी मेहमान होंगे और वो भी तीन दिनों के लिए, ऐसे में सरकार ने सुरक्षा के लिए चाक चौबंद बंदबस्त किए हैं। होटल के अंदर जिन हथियारों का इस्तेमाल जवान कर रहे हैं, उनकी गोलियां जमा करके रखी गई हैं। इसके अलावा अत्याधुनिक हथियार, आपातकाल के लिए दवा और मेडिकल सप्लाई, स्मोक ग्रेनेड, बैकअप के लिए हथियार समेत वायरलेस सेट बंद न हों, इसलिए उनके चार्जर जैसी चीजों का स्टॉक रखा गया है। केंद्रीय मंत्रियों को इनके स्वागत की जिम्मेदारी दी गई है। समिट के वेन्यू भारत मंडपम में वर्ल्ड लीडर्स को भारत का इतिहास, लोकतांत्रिक परंपरा के साथ डिजिटल ग्रोथ दिखाई जाएगी।

AI एंकर कहेगी- नमस्ते, भारत में आपका स्वागत है

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एग्जिबिशन की एंट्री पर AI होलोबॉक्स रखा है। इस होलोबॉक्स में एक सुंदर AI एंकर दिखती है। ये एंकर विदेशी मेहमानों का स्वागत करेगी। इसके लिए भारत मंडपम के रिसेप्शन के पास एक प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें AI जैसी हाई एंड टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है। G20 Summit 2023 देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे ही भारत मंडपम में एंट्री लेंगे, सबसे पहले AI एंकर भारतीय अंदाज में उनका स्वागत करेगी। आगे बढ़ते ही एक दीवार दिखती है।

इसे ‘भारत: वॉल ऑफ डेमोक्रेसी’ नाम दिया गया है। प्रदर्शनी के दूसरे हिस्से में डिजिटल इंडिया एक्सपीरिएंस जोन और तीसरे हिस्से में गीता AI है। वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में विदेशी मेहमान भारत का 5 हजार साल का लोकतांत्रिक इतिहास देखेंगे। ये दीवार 26 स्क्रीन पैनल से मिलकर बनी है। इन 26 पैनल में अलग-अलग समय की कहानियां हैं।

हर सवाल का जवाब देगी ‘गीता AI’

इस खोब्सुरण प्रदर्शनी के आखिर में एक कियोस्क पर गीता AI को रखा गया है। यहां आप जिंदगी की उलझनों से जुड़ा कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। ये पैनल फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी से जान लेते हैं कि व्यक्ति किस भाषा को समझता होगा, फिर उसी भाषा में जानकारी देते हैं। टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग कंपनी टेगबिन ने इस टेक्नोलॉजी को डेवलप किया है। इससे हम दुनिया को भारत की लोकतांत्रिक परंपरा के बारे में बता पाएंगे। इसके बाद हमने ये एग्जिबिशन तैयार की है। एग्जिबिशन की एंट्री पर AI होलोबॉक्स रखा है। इस होलोबॉक्स में AI एंकर दिखती है।

ये एंकर विदेशी मेहमानों का स्वागत करेगी। इसमें एडवांस वॉयस क्लोनिंग टेक्नोलॉजी है, जो रियल एंकर वाली फील देती है। होलोबॉक्स में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है, यानी अगर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होलोबॉक्स के सामने खड़े होते हैं, तो एंकर उन्हें पहचान लेगी। फिर उनसे उन्हीं की भाषा में बात भी करेगी। प्रदर्शनी में ये दिखाया गया है कि भारत ने बीते कुछ साल में टेक्नोलॉजी फील्ड में क्या-क्या हासिल किया है।

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