वैक्सीन की कमी के कारण भोपाल के जेपी अस्पताल में तो वैक्सीनेशन प्रोग्राम ही शुरू नहीं हो सका। यहां का वैक्सीनेशन सेंटर बंद होने के कारण काफी लोगों को मासूस ही वापिस लौटना पड़ा। कुछ लोग यहां से 18 साल वाले लोगों के कैम्प में वैक्सीनेशन के लिए पहुंच गए, जिसके कारण लोगों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा।
वैक्सीनेशन सेंटर पर दिखीं भारी अव्यवस्थाएं :
पूरे शहर के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर इस दौरान भारी भीड़ नजर आई। शाहजहांनाबाद स्थित मास्टर लाल सिंह अस्पताल में सुबह 11 बजे ही 500 से ज्यादा लोग वैक्सीनेशन के लिए पहुंच गए। आम दिनों में यहां केवल 50 से 75 लोगाें की प्रति घंटे में आवाजाही होती है। लेकिन एक साथ 500 लोगों के पहुंचने के कारण सड़क तक लोगों की भीड़ लग गई।
भोपाल में सेकंड स्टॉप स्थित शासकीय नवीन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी भारी अव्यवस्थाएं दिखीं। यहां 18 से 44 साल के उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बावजूद 45 साल से अधिक उम्र के लोग यहां वैक्सीनेशन की जुगाड़ में दिखे। भारी अव्यवस्थाओं के बीच वैक्सीनेशन कार्यक्रम लगभग 1.30 घंटे की देरी से शुरू हुआ।
18 प्लस एज ग्रुप में मोनिका गुप्ता को लगा पहला टीका :
यहां पहला टीका मोनिका गुप्ता को लगाया गया। मोनिका ने बताया कि टीके के लिए वे पिछले 5 माह से इंतजार कर रही हैं और आज वैक्सीन लगवाकर वो काफी रिलेक्स फील कर रही हूं। मेरे घर पर सबको कोविड की वैक्सीन लग चुकी है। मोनिका सुबह 8.30 पर वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच गई थीं, लेकिन लगभग 1.30 घंटे की देरी से सुबह 10 वैक्सीन लगी।
मोनिका ने बताया कि उनके परिवार में सभी लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। घर में अब केवल उन्हें ही वैक्सीन लगनी थी और आज उन्होंने इसे लगवा लिया है।
एसएमएस नहीं आया फिर भी पहुंच गए वैक्सीन लगवाने :
वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचने के बाद लोगों को पता चला कि वैक्सीनेशन सेंटर पर केवल 100 लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी। जिसके बाद उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।
कांग्रेस का आरोप लोगों को बेवकूफ बना रही सरकार :