Congress-BJP: कर्नाटक चुनाव से पहले ही कांग्रेस अपने बयानों के कारण अपना नुकसान करने में लगी है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है। राज्य का सियासी पारा गर्म है और बयानबाजी भी खूब होती दिख रही है।
चुनाव प्रचार के इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को ऐसा बयान दे दिया जिसके बारे में चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि इससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो सकता है।
आखिर क्यों कहा खड़गे ने ऐसा?
बता दें कि गडग जिले के रोन में एक जनसभा को संबोधित (Congress-BJP) करते हुए खड़गे ने कहा, ‘गलती मत कीजिए। मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। अगर आप कहते हैं कि वह जहरीले नहीं हैं तो छूकर देखिए, पता चल जाएगा।
खड़गे ने इस एक ही बात को अलग-अलग ढंग से कहा उनका कहना है कि अगर आप छूएंगे तो मर जाएंगे, फिर भी अगर आपको लगता है कि नहीं, नहीं, यह जहर नहीं है, क्योंकि मोदी ने इसे दिया है, सज्जन प्रधानमंत्री ने दिया है तो इसे चाटकर देखिए। अगर आप इस जहर को चाटेंगे तो हमेशा के लिए सो जाएंगे।’

अपनी बात से पलटे खड़गे
खड़गे ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने केवल इतना कहा कि भाजपा एक सांप की तरह है और पार्टी की विचारधारा जहर की तरह है। उन्होंने कहा कि अगर आप इस विचारधारा का समर्थन करते हैं और इसे अपनाते हैं तो मौत निश्चित है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने उनके (मोदी के) खिलाफ नहीं बोला, क्योंकि मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं कभी निजी टिप्पणियां नहीं करता।’
वही दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने आज 91 एफएम रेडियो ट्रांसमीटर्स का उद्घाटन किया

इस बयान से कांग्रेस पर भाजपा ने किया हमला
खड़गे ने अपने बयान पर सफाई दी लेकिन खड़गे जब तक संभलते तब तक देर हो चुकी थी। खड़गे के इस बयान ने कांग्रेस (Congress-BJP) पर पलटवार करने एवं उसे घेरने के लिए भाजपा को एक बड़ा मौका दे दिया। भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता अपने नेताओं को खुश करने के लिए इस तरह से बयान देते हैं।
नरेंद्र मोदी पर पहले भी हो चुकी है ऐसी बातें
2007 के गुजरात में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस (Congress-BJP) नेता सोनिया गांधी ने राज्य के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ बता दिया। नवसारी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि ‘गुजरात की सरकार चलाने वाले झूठे, बेईमान और मौत के सौदागर हैं।’
कांग्रेस नेता के इस बयान को भाजपा ने चुनाव में बुरी तरह से भुनाया। भाजपा ने सोनिया के इस बयान को गुजरात की अस्मिता से जोड़ दिया। इस चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ। बताया जाता है कि सोनिया के इस बयान ने चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाया औार गुजरात में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनी।
चलिए जानें किस-किस की जुबान कहा-कहा फिसली
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने 2014 के लोकसभा चुनाव (Congress-BJP) के दौरान नरेंद्र मोदी पर निजी हमला किया था। अय्यर के इस बयान से कांग्रेस को फिर नुकसान हुआ। अय्यर ने कहा था कि ‘मैं आपसे वादा करता हूं कि 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी इस देश का प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे।
लेकिन अगर वो यहां आकर चाय बेचना चाहते हैं, तो हम उन्हें इसके लिए जगह दिला सकते हैं।’ इसके बाद फिर कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली और भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ जीती, जबकि कांग्रेस 44 सीट पर ही सिमट गई।
वही साल 2017 में अय्यर की जुबान एक बार फिर फिसली। पीएम पर हमला करते हुए उन्होंने पीएम को ‘नीच’ कहा था। अय्यर के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ। अपने इस बयान के लिए खुद अय्यर अलग-थलग पड़ गए।
अय्यर के इस बयान से कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने किनारा कर लिया। राहुल गांधी ने अय्यर को माफी मांगने के लिए कहा। अपने इस बयान पर बुरी तरह घिरने पर अय्यर ने कहा कि उन्होंने किसी लेख का अनुवाद किया था और चूंकि वह गैर-हिंदी भाषी व्यक्ति हैं, इसलिए उन्हें ‘नीच’ का सही मतलब नहीं पता।
वही इस लिस्ट में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress-BJP) भी शामिल है। राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिया था। इस पर भाजपा ने ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान चलाया, जिसे जनता का भी खूब समर्थन मिला और भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में आई। वहीं, कांग्रेस को फिर से हार का सामना करना पड़ा।
लेकिन क्या सच में भाजपा खड़गे के इस बयान पर चुनाव के अंत तक केवल अपनी जीत के लिए बहस बरकरार रखेंगी?
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