सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) ने हाल ही में खुलासा किया कि विशाखापत्तनम और आंध्रपदेश के अन्य हिस्सों में COVID-19 के नए वेरिएंट का पता लगा है जिसे N440K स्ट्रेन नाम दिया गया है।
कई लोगों द्वारा इसको लेकर सवाल पूछा जा रहा है कि यह वायरस कितना खतरनाक है। आइए इस पर एक्पर्ट की क्या राय है यह जानते हैं।
आंध्र प्रदेश के कोविड कमांड सेंटर के प्रमुख डॉ. के. एस. जवाहर रेड्डी ने इस नये स्ट्रेन पर अपनी राय देते हुए कहा कि, कोरोना का यह वेरियंट दिसंबर 2021 और जनवरी फरवरी 2021 में आया। COVID कमांड सेंटर के प्रमुख डॉ केएस जवाहर रेड्डी ने रिपोर्टों पर दावा किया कि राज्य में N440K वेरिएंट पिछले वेरिएंट की तुलना में खतरनाक है।
इसके अलावा विषेशज्ञों ने अपनी राय देते हुए कहा कि कहा COVID-19 के इस नए वेरिएंट N440K वेरिएंट की उत्तपत्ति के बारे में पता लगाना अभी जरूरी नहीं है और यह जल्दबाजी होगी।
This strain was prevalent in Dec 2020 and Jan & Feb 2021. It dropped down drastically in March & now share of N440K among positives is minimal. At present, B.1.617 & B.1 are major strains identified from AP, Karnataka, Telangana, which is very infectious: Dr KS Jawahar Reddy
— ANI (@ANI) May 6, 2021
जिला COVID के विशेष अधिकारी पीवी सुधाकर ने यह भी कहा कि स्थानीय अधिकारियों ने इस वेरियंट के नए संस्करण का पता लगाया है। यह पहले वाले वायरस की तुलना में काफी जल्दी फैल रहा है। यह युवा आबादी को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रहा है, जिसमें फिटनेस फ्रीक और उच्च इम्युनिटी स्तर के लोग भी शामिल हैं। उचित समय पर उपचार से यह ठीक और रहा है। ” डॉ सुधाकर ने मीडिया को बताया।
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