Extradition: भारत ने किंगफिशर एयरलाइन के पूर्व प्रमुख विजय माल्या और भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी को जल्द भारत को सौंपने की ब्रिटेन सरकार से मांग की है। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने अपनी लंदन यात्रा के दौरान इन दोनों के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल और दक्षिण एशिया मामलों से संबंधित विदेश मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद सहित कई मंत्रियों से वार्ता की।
भगोड़े कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा(Extradition)
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि रक्षा डीलर संजय भंडारी, हीरा व्यापारी नीरव मोदी और विजय माल्या समेत भारत के वांछित भगोड़े कारोबारियों के प्रत्यर्पण में तेजी लाने के लिए टीम जल्द ही ब्रिटेन रवाना होगी।
बता दें कि विजय माल्या साल 2016 में ब्रिटेन भाग गया था। वह भारत में किंगफिशर एयरलाइंस को कई बैंकों द्वारा दिए गए 9,000 करोड़ रुपये के लोन भुगतान की अदायगी नहीं किए जाने के मामले में वांछित है।
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ब्रिटिश अधिकारियों के साथ होगी बैठक
सूत्रों का कहना है कि इस दल की अगुवाई विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। लंदन में भारतीय उच्चायोग ने यूके के अधिकारियों के साथ बैठकें तय की हैं। इन बैठकों में वही सबूत जुटाए जाएंगे जिनसे मालूम चले कि भगोड़ों ने लंदन में कितनी संपत्ति हथिया ली है और उनके बैंक खातों में क्या लेनदेन हुए हैं।
हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप
हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय एमएलएटी से संबंधित सभी मामलों को देखने के लिए नोडल मिनिस्ट्री है, लेकिन इस मामले में यूके के साथ बातचीत के लिए विदेश मंत्रालय को शामिल किया गया है क्योंकि सभी अनुरोध उसी के जरिए दूसरे देशों को भेजे जाते हैं। नीरव मोदी पर पीएनबी की 6,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के धोखाधड़ी के आरोप हैं, जबकि बैंकों को ठगने के लिए माल्या की 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क और जब्त की गई थी।
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