Top News

निगम के फायर फाइटर पंकज के ऐसे चर्चे, क्राइम सीरियल में रोल के साथ मॉडलिंग तक के ऑफर

नगर निगम के फायर फाइटर पंकज यादव इन दिनों खूब चर्चित हो रहे हैं। इसका कारण है कोरोना काल में उनके द्वारा किए जा रहे नेक काम और अपने काम के लेकर जबरदस्त जुनून। पंकज फायर ब्रिगेड की गांधी नगर शाखा में तैनात हैं और अक्सर उन्हें शहर में आगजनी के दौरान फ्रंट लाइन पर खड़ा देखा जाता है।

लेकिन कोरोना काल में ये जांबाज फायर फाइटर एक अलग ही भूमिका में लोगों को दिखा। इस दौरान पंकज ने बीमार लोगों के लिए बेड, ऑक्सीजन, रेमडिसिवर इंजेक्शन और दवाइयों तक का इंतजाम किया। इतना ही नहीं अपने एक रिश्तेदार की सेवा करते हुए वे खुद संक्रमित हो गए। इस दौरान वे क्वारनटीन तो हो गए, लेकिन लोगों की सेवा करने का काम उन्होंने नहीं छोड़ा। 

उनकी इन्हीं खूबियों के कारण StackUmbrella ने उनसे विशेष बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने कैरियर और भविष्य को लेकर खूब बातें कीं। 

काम ऐसा की मिल रहे मॉडलिंग और एक्टिंग के ऑफर : 
हाल ही में दिल्ली के एक एनजीओ द्वारा करवाए गए राष्ट्रीय स्तर के कोरोना योद्धा सर्वे में उन्हें 73वां स्थान हासिल हुआ है। पंकज की मानें तो वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में निरंतर काम करने को लेकर उन्हें यह स्थान मिला। जिसके बाद एक निजी कंपनी द्वारा उन्हें अपने प्रोडक्ट की मॉडलिंग के लिए बतौर मॉडल के तौर पर काम करने का ऑफर मिला है। 


इसके अलावा टीवी पर आने वाले क्राइम सीरियल में भी उन्हें काम करने के ऑफर मिले हैं। लेकिन फायर इंजन पर निरंतर सेवाओं के चलते वे इन ऑफर्स को मना कर देते हैं।

खतरा तो हमेशा रहता है, लेकिन देश सबसे पहले : 
पंकज बताते हैं कि हमारे काम में खतरा तो हमेशा बना रहता है, लेकिन देश की सेवा सबसे पहले है। एक घटना को याद करते हुए पंकज बताते हैं कि एक बार भारत टॉकीज के पास एक तीन मंजिला इमारत में आग लगने के दौरान वे सीढ़ी पर चढ़कर रेस्क्यू कर रहे थे। इसी दौरान उनका पैर फिसल गया और वे गिर गए। 


लेकिन इस दाैरान उनका एक पैर सीढ़ी में फंस गया। लेकिन वहां मौजूद अन्य साथियों ने तत्काल ही उन्हें संभाल लिया। जिससे उनकी जान बच गई और वे उसी समय रेस्क्यू में जुट गए। 

खुद होम आइसोलेशन में, लेकिन मजदूर का कराया अंतिम संस्कार : 
मई के शुरुआती सप्ताह में अपने एक रिश्तेदार की सेवा करने के दौरान उनमें कोरोना के लक्षण दिखने लगे थे। इस दौरान उनकी जांच रिपोर्ट तो नेगेटिव आई, लेकिन लक्षण ज्यादा होने से उन्होंने खुद को कोविड पॉजिटिव मान घर में खुद को आइसोलेट कर लिया।


इस दौरान एक गरीब मजदूर के निधन की खबर उन्हें मिली, जिनके परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के दौरान उन्होंने घर में रहते हुए करोंद के व्यापारियों की मदद से उसका अंतिम संस्कार भी करवाया और उसके परिजनों के पास कुछ सप्ताह का राशन भी पहुंचा दिया था। 

हाईटेक होता जा रहा है फायर फाइटर विभाग : 
पंकज बताते हैं कि हमारे काम में हमेशा चुनौती बनी रहती है, लेकिन पिछले कुछ सालों से भोपाल का फायर फाइटर विभाग बहुत हाईटेक होता जा रहा है। इसका श्रेय पंकज नगर निगम के आयुक्त केवीएस चौधरी और फायर ऑफिसर रामेश्वर नील को देते हैं और बताते हैं कि आज भोपाल के पास सबसे हाईटेक फायर इंजन हैं। साथ ही अन्य संसाधन भी बहुत हाईटेक हैं। 


इन संसाधनों के दम पर आगजनी, बाढ़, भूकंप, तूफान या अन्य किसी बड़ी घटना या प्राकृतिक आपदा के दौरान लोगों को बचाने का काम करते रहते हैं। साथ ही भोपाल में आत्महत्या करने के उद्देश्य से मोबाइल टॉवर और बहुमंजिला इमारत पर चढ़ने वाले लोगों को बचाने का काम भी कर चुके हैं। बीच बीच में विभाग द्वारा ट्रैनिंग प्रोग्राम भी संचालित किए जाते हैं।

यह भी पढ़ें : लोगों को तड़पते देखा तो भोपाल के जावेद ने ऑटो को ही बना दिया एंबुलेंस

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp