चाय के साइड इफेक्ट: भारत में लगभग सभी घरों में सुबह की शुरूआत चाय पीने से की जाती है, यही कारण है कि बहुत से लोग सुबह उठकर बासी मुंह चाय पीना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं बासी मुंह दूध वाली चाय पीना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है।
अगर आप भी सुबह जल्दी उठकर बासी मुंह दूध वाली चाय पीते हैं तो आपको तुरंत सावधान रहने की जरूरत है। भारत में दूध और चीनी मिलाकर चाय पीने की एक आम प्रथा है, लेकिन यह चाय सबसे ज्यादा हानिकारक है। इसके अलावा भारत के लोगों की आदत है कि वो आमतौर पर दिन की शुरुआत चाय से ही करते हैं।
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें ऐसी चाय की लत लग जाती है, जब तक वे सुबह जल्दी बासी मुंह चाय नहीं पीते, तो उनके दिन की शुरुआत अधूरी ही रहती है।
चाय के साइड इफेक्ट:
सुबह उठते ही आपकी चाय पीने की आदत एक तरस में बदल गई है तो इससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। सुबह खाली पेट चाय पीने और लंबे समय तक चाय पीने से स्केलेटल फ्लोरोसिस जैसी घातक बीमारी हो सकती है। स्केलेटल फ्लोरोसिस रोग हड्डियों को अंदर से खोखला कर देता है। यह आपके जीवन के लिए आपदा भी बन सकता है।
क्या है स्केलेटल फ्लोरोसिस
स्केलेटल फ्लोरोसिस एक हड्डियों का रोग है जिसमें पूरे शरीर के जोड़ो में दर्द होने लगता है, स्केलेटल फ्लोरोसिस रोग होने के बाद व्यक्ति को गठिया जैसा होता है। जिससे हाथ पैरों में दर्द के अलावा कमर दर्द, जोड़ों में दर्द की भी शिकायत रहती है।
चाय में पाया जाने वाला मिनरल फ्लोराइड हड्डियों के लिए बहुत खतरनाक होता है। शरीर में फ्लोराइड के अधिक सेवन से हड्डियों में स्केलेटल फ्लोरोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है। चाय हड्डियों को कैल्शियम मिलने से भी रोकती है। इसके अलावा अधिक मात्रा में चाय पीने से अल्सर और हाइपरएसिडिटी हो जाती है।
इस बात का रखें ध्यान
इंग्लैंड और अमेरिका जैसे विकासशील देश में लोग चाय में दूध मिलाकर चाय नहीं पीते हैं। उन देशों के लोग चीनी का भी बहुत कम मात्रा में उपयोग करते हैं। हालांकि भारत में दूध मिलाकर चाय पीने का चलन सबसे ज्यादा है। भारत में लोग चाय में चीनी भी अधिक मिलाते हैं, क्योंकि यहां के लोग मीठी चाय पीना पसंद करते हैं। यही कारण है 40 से 50 की उम्र तक पहुचंने के बाद अधिकतर लोग गठिया रोग, शुगर, और ब्ल्ड प्रेशर जैसी बीमारियों से ग्रसित होते हैं।
जरूरत से ज्यादा चाय पीने के नुकसान
सिर्फ सुबह बासी मुंह ही नहीं चाय पीने से नुकसान नहीं होते हैं बल्कि जो लोग दिन में 3 से 4 बार चाय पीने की आदत डाल चुके हैं उनको समय के साथ कई बीमारियों होने के खतरे बढ़ जाते हैं, आइए नजर डालते हैं उन नुकसान पर जो आपको जरूरत से ज्यादा चाय पीने से हो सकते हैं।
- चाय की पत्तियों में प्राकृतिक रूप से कैफीन होता है। चाय, या किसी अन्य स्रोत से कैफीन का अधिक सेवन चिंता, तनाव और बेचैनी को बढ़ावा दे सकता है।
- लंबे समय तक चाय का अधिक सेवन मधुमेह की बीमारी का कारण बन सकता है।
- मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो आपके मस्तिष्क को संकेत देता है कि यह सोने का समय है। कुछ शोध से पता चलता है कि कैफीन जो अधिक चाय के सेवन से मिलता है मेलाटोनिन उत्पादन को रोक सकता है, जिसके परिणामस्वरूप अनिंद्रा की बीमारी हो सकती है।
चाय दुनिया के सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि दिमाग रिफ्रेस करने में सहायक है। हालांकि जरूरत से ज्यादा चाय पीने से नकारात्मक दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे चिंता, सिरदर्द, पाचन संबंधी समस्याएं और नींद के पैटर्न में बाधा आदि इसलिए इसके चाय के ज्यादा सेवन को प्रतिबधिंत करें और स्वस्थ रहें।