गिलोय टेबलेट लेने के बाद इन सभी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव हो गई। इस रिसर्च की मानें तो गिलोय ने मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर वायरस को फेफड़ों तक पहुंचने से पहले ही निष्क्रिय कर दिया।
इससे मरीज को फेफड़े डेमेज होने पर खुद के संक्रमित होने की जानकारी मिल रही। वहीं डॉक्टर भी ऐसे मरीजों को सीटी स्कैन और अन्य रिपोर्टों के आधार पर ही डायग्नोस कर रहे हैं। वहीं यदि इम्यूनिटी अच्छी हो तो भी ये कहीं न कहीं वायरस को खत्म करने में मदद करेगी।
वर्तमान में लोग बहुत तनाव में हैं अत्यधिक तनाव भी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है, जो वायरस को पनपने का मौका देता है। ऐसे में योग, प्राणायाम, ध्यान और कुछ आयुर्वेदिक दवाएं मन को शांत कर बीमारी से लड़ने की शक्ति देती हैं।
कठोर फेफड़ों में वेंटीलेटर सपोर्ट होने के बाद भी ऑक्सीजन फेफड़े में नहीं जा सकती, जिसके कारण मौत हो जाती है। इसलिए चिकित्सक वायरस को फेफड़े में पहुंचने से पहले या पहुंचने के बाद काम सक्रिय अवस्था में ही खत्म करने की सलाह दे रहे हैं।