विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (WSPD) हर साल 10 सितंबर को मनाया जाने वाला एक जागरूकता दिवस है, ताकि दुनिया भर में आत्महत्या को रोकने के लिए प्रतिबद्धता और कार्रवाई प्रदान की जा सके, 2003 के बाद से दुनिया भर में विभिन्न गतिविधियों के साथ इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ (WFMH) के साथ मिलकर वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे की मेजबानी करता है।
वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के चलते इस दिन के बारे में जानने की आवश्यकता और भी अधिक है,क्योंकि वर्तमान स्थिति देखने में महामारी का कोई तत्काल अंत नहीं है। और जैसे-जैसे महीने बीतते जा रहे हैं, लोगों का मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। नौंकरियां खोने का डर, असफल अर्थव्यवस्था, खराब स्वास्थ्य के चलते लोग कई प्रकार की मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं।
मुस्कान में क्या है? आत्महत्या के बारे में सोचने वाले व्यक्ति के लिए, यह जीवन का पहला कदम हो सकता है।#आत्महत्यारोकथामदिवस 10 सितंबर है। चारों ओर देखें और क़दम बढ़ाएँ। pic.twitter.com/pNBu8PGC94
— IASP (@IASPinfo) September 4, 2020
आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने के आवश्यकता क्यों हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों की मानें तो हर साल लगभग 8 लाख से ज्यादा लोग आत्महत्या करते हैं यानि हर 40 सेंकेंड में कोई ना कोई व्यक्ति आत्महत्या करता है। यह एक डराने वाले आकड़े हैं। इन आकडों से साफ समझ आता है कि वर्तमान समय में लोग कितने बुरी तरह से मानसिक तनाव से ग्रस्त हैं। इसलिए लोगों को जीवन के बारे में जागरुक करने और इसके महत्व के बारे में जानने के लिए आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने की आश्यकता है।
आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने का उद्देश्य यही बताना है आत्महत्या किसी की समस्या का हल नहीं है। आपका एक गलत फैसला आपके पीछे छूटने वाली कई जिंदगिओं को बर्बाद कर सकता हैं इसलिए जीवन में आने वाली सभी परेशानियां जिनका आप सामना कर रहें उनके बारे में अच्छे से सोचने की आवश्यकता है और एक उचित हल निकालने की आवश्यकता है।
Suicide is Not the solution of Anything. Solution is to share AND solve the problem whatever be with our family, friends. #WorldSuicidePreventionDay #आत्महत्यारोकथामदिवस pic.twitter.com/YU6XY87Us9
— Kundan Tiwari Bjp (@KundanTiwariBj2) September 10, 2020