Technology News: वैज्ञानिक कई सालों से सॉफ्ट रोबोट बनाने में लगे हुए हैं। यह रोबोट केंचुए के रुप से लेकर तैयार किया जाएगा। केंचुए को बिना रीढ़ का जीव कहा जाता है।
ऐसे में यह अपने आप में ही काफी अहम प्रोजेक्ट माना जा रहा है। ये मिट्टी में आसानी से घुस जाते हैं और केंचुए को मुड़ने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है।
केंचुए काफी फ्लेक्सिबल होते हैं। केंचुए कुछ ऐसे काम करने में माहिर हैं, जो मशीनों को करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रोबोटिक्स केंचुए विज्ञान, चिकित्सा, रक्षा और कृषि के क्षेत्रों में काफी अहम रोल निभा सकते हैं।
रोबोटिक्स केंचुए
इटैलियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सॉफ्ट रोबोटिक्स ग्रुप के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो केंचुए के जैसे रेंगकर चल सकता है। आईआईटी की मैकेनिकल इंजीनियर रिध्दी दास का कहना है कि यह डिजाइन काफी अलग है। (Technology News)
इसमें रोबोटिक्स केंचुए को आगे बढ़ाने और पीछे खिसकाने के लिए पॉजिटिव और नेगेटिव प्रेशर का इस्तेमाल होता है। इनका बनाया रोबोटिक केंचुआ साइज में हल्के डंबल की तरह लगता है। इसमें जेल भरा है, जो इसको हिलने-डुलने में हेल्प करता है। (Technology News)
ऐसा इनोवेशन रोबोटिक्स अहम
अमेरिका की नोट्रे डेम यूनिवर्सिटी की इलेक्ट्रिकल इंजीनियर यासमीन ओजकेन कहती हैं कि IIT ग्रुप का यह इनोवेशन दुनिया के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
GE के मैकेनिकल इंजीनियर दीपक त्रिवेदी कहते हैं कि, रोबोटिक केंचुए बहुत अच्छी सुरंग खोद सकते हैं। उन्हें GE के बनाए करीब 10 सेमी व्यास वाले रोबोट के लिए काफी संभावनाएं दिखाई देती हैं। (Technology News)
माइनिंग में मददगार
GE के त्रिवेदी के अनुसार केंचुए जैसे रोबोट का उपयोग माइनिंग, एग्रीकल्चरल सेंसिंग और दूसरे ग्रहों में मिट्टी के नमूने लेने के लिए किया जा सकता है। (Technology News)
इसके अलावा इनका उपयोग भूकंप, बाढ़ जैसी नेचुरल आपदाओं के दौरान खोज, राहत एवं बचाव ऑपरेशन में भी किया जा सकता है। (Technology News)