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अगर Health Insurance ले रहे है तो न करे ये गलती, वरना हो सकती है परेशानी

Health Insurance

Health Insurance: बढ़ती हुई बीमारी के इस दौरे में सभी की  स्वास्थ के प्रति काफी चिंताए बढ़ गई है।  ऐसे में लोग का रुझान हेल्‍थ इंश्‍योरेंस के तरफ बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अगर आप भी हेल्‍थ इंश्‍योरेंस या लेने का सोच रहे है तो रुक जाइये। आपको कई चीजों का विशेष ध्‍यान रखना बेहद जरूरी है। आज के इस दौर में हेल्‍थ इंश्‍योरेंस खरीदना पहले से बेहद आसान और सुविधा जनक  हो गया है। इसे अब खुद घर बैठकर ही  ऑनलाइन खरीद सकते हैं, इसके लिए आप Aap या Website का इस्तेमाल भी कर सकते है। अक्सर लोग हेल्थइंश्योरेंस लेते समय गलती का शिकार हो जाते है और आपको इस गलती का पता भी नहीं होती है, और इससे आपको भव‍िष्‍य में काफी  द‍िक्‍कत हो सकती है, जिससे आपको भविष्य में उस एक गलती की वजह से भारी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। हेल्‍थ इंश्‍योरेंस लेते समय कुछ खास बातो को ध्यान में रखना बहुत जरुरी है। वरना इन बातों  को इग्‍नोर करने पर आपका क्‍लेम खार‍िज हो सकता है।

जाने किन बातों को ध्यान में रखकर करे Health Insurance प्रोसेस

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आप और Health Insurance देने वाली कंपनी एक दूसरे से कॉन्‍ट्रैक्‍ट के जरिये  बंधी हरहती है , इसलिए आपको क्‍लेम प्रोसेस करते समय कुछ आवश्यक एवं अनिवार्य बातो को ध्यान में रखना अति आवश्यक है। आपके द्वारा गलत तरीके से भरे गए आवेदन पत्र व दस्तावेज की कमी के कारण आपका क्‍लेम र‍िजेक्‍ट हो सकता है। जिसके कारण आपको नुकसान भी झेलना पढ़ सकता है।

पहले से मौजूद बीमार‍ियां
Health Insurance देने वाली कंपन‍ियां पॉलिसी बेचते समय पहले से मौजूद किसी भी तरह की  बीमारी को कवर नहीं करतीं यदि आप इन बीमारियों के कारण किसी भी प्रकार की बीमार में पड़ जाते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है तो आपकी हेल्‍थ इंश्‍योरेंस कंपनी आपके इलाज का कोई  खर्च वहन नहीं कर पाएगी. ऐसे में यद‍ि आपहेल्‍थ इंश्‍योरेंस क्‍लेम करते हैं तो यही संभावना ज्‍यादा है क‍ि यह खारिज हो जाए।

वेट‍िंग पीर‍ियड

सभी Health Insurance पॉलिसी का एक निश्चित वोटिंग पीरियड होता है। हेल्‍थ इंश्‍योरेंस के मामले में वेट‍िंग पीर‍ियड से तात्‍पर्य यह है की सभी हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी का एक निश्चित वोटिंग पीरियड होता है। आपको हेल्‍थ इंश्‍योरेंस बीमा कवर का फायदा उठाने के लिए एक न‍िश्‍च‍ित अवधि तक इंतजार करना होगा। कुछ बीमाकर्ता कुछ साल के वेट‍िंग पीर‍ियड के बाद पहले से मौजूद बीमारियों या मैटरन‍िटी बेन‍िफ‍िट को भी कवर करते हैं। यह समय अवधि बीमा कंपन‍ियों के नियम और शर्तों पर आधारित होती है। ऐसे में न‍िश्‍च‍ित समय सीमा से पहले अगर आप हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी का क्लेम करते है तो न‍िश्‍च‍ित आपका दावा खारिज कर दिया जाएगा.

पॉलिसी पीर‍ियड

Health Insurance पॉल‍िसी की समय अवधि आमतौर पर एक साल की ही होती है। यह हेल्‍थ इंश्योरेंस पॉल‍िसी हर एक साल के अंत में समाप्त हो जाती है। एक पॉलिसी होल्‍डर के लिए ये समाप्त हो चुकी पॉलिसी किसी काम की नहीं रह जाती ऐसे में आपको समय पर पॉलिसी को रिन्यू कराना जरूरी होता है। इससे र‍िन्‍यूअल पर म‍िलने वाले दूसरे अन्य फायदे भी म‍िल सकेंगे। इसके ल‍िए आपको प्रीमियम देना पड़ता है। लेकिन यद‍ि आप समय पर र‍िन्‍यूअल नहीं कराते तो पॉल‍िसी लैप्‍स हो जाती है। पॉल‍िसी लैप्‍स होने पर आपके द्वारा किया गया क‍िसी भी प्रकार का दावा स्‍वीकार नहीं क‍िया जाएगा।

कुछ खास शर्ते

सभी Health Insurance पॉल‍िसी की में कुछ नियम व शर्तें दी होती हैं ज‍िनके तहत आपकी बीमारी का एक फाइनेंश‍ियल कवर द‍िया जाता है। लेक‍िन कुछ शर्तों के तहत आप अपनी बीमारी का पॉल‍िसी क्लेम का दावा नहीं कर सकते। इस प्रकार की क‍िसी भी स्‍थ‍ित‍ि से बचने के ल‍िए आपको पॉलिसी से जुड़े सभी दस्तावेजों को ध्यान पूर्वक व अच्छी तरह पढ़ना चाहिए। यदि आपको क‍िसी भी प्रकार का कोई संदेह है या आप पॉलिसी का कोई भी दस्तावेज को आप समझ नहीं पाते है तो आपको हेल्‍थ इंश्‍योरेंस कंपनी से इसे समझना चाह‍िए। जिससे आप अपनी इस पालिसी का सही समय में सही उपयोग कर सके।

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