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ताजमहल या तेजोमहालय ? जानिए क्‍या है प्‍यार की निशानी कहे जाने वाले ताजमहल की सच्‍चाई

दुनिया के 7 अजूबों में एक ताजमहल भारत के लिए बहुत कीमती ईमार‍त है पूरी दुनिया में प्रसिध्‍द यह भारत का अनोखा पर्यटन स्‍थल है जो सालाना कई पर्यटक आर्कषित करता है। लेकिन देश के ज्‍यादातर  विषयों की तरह ताजमहल का विषय भी हिन्‍दू मुस्लिम विवादों में फसा हुआ है।

अगर ताजमहल के इतिहास पर नजर डाली जाए तो दो कहानियां निकलकर सामने आती है, दोनों कहानी इस विरासत पर अपना अधिकार साबित करती हैं, तो आइए नजर डालते हैं उन कहानियां जो हमें ताजमहल के इतिहास से अवगत कराती हैं।

प्‍यार की निशानी ताजमहल

इतिहास की एक कहानी बताती है कि ताजमहल प्रेम का प्रतीक है, जिसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी पत्‍नी मुमताज की याद में बनवाया था, बताया जाता है कि शाहजहां अपनी पत्नि से बेपनाह मोहब्‍बत करते थे लेकिन अपने 14वें बच्‍चे को जन्‍म देते हुए मुमताज की मौत हो गई।  इसके बाद शाहजहां ने अपने प्‍यार को अमर रखने के लिए ताजमहल का निर्माण करवाया था।

ऐसा बताया जाता है कि ताजमहल बनाने में कुल मिलाकर, 1000 से अधिक हाथियों के साथ भारत, फारस, यूरोप और ओटोमन साम्राज्य के 20,000 से अधिक श्रमिकों ने मिलकर ताजमहल को बनाने में काम किया था। इतना ही इनते श्रमिकों के बाद भी इस महल को बनाने में 15 साल से अधिक समय लगा था।

तेजोमहालय- ए‍क हिन्‍दू मंदिर

प्रसिद्ध इतिहासकार पुरुषोत्तम नागेश ओक के किताब के अनुसार ताजमहल भगवान शिव का मंदिर बताया गया है। इस किताब में बताया गया है कि आगरा पहले ऋषि अंगिरा की तपोभूमि थी ऋषि अंगिरा भगवान के बहुत बड़े उपासक थे, और उन्‍होनें इस शहर में 5 शिव मंदिरों का निर्माण करवाया था। बालकेश्वर, पृथ्वीनाथ, मनकामेश्वर, राजराजेश्वर, नागनाथेश्वर।

नागनाशेवर मंदिर में बहुत प्रसिध्‍द तेजोलिंग था जिसे आज ताजमहल बना दिया गया है। किताब बताती है कि मुगल शासक शाहजहां ने इस मंदिर के साथ तोड़ फोड़ की थी और बात में इसे ताजमहल के नाम से घोषित कर दिया था।

आर्किओलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया की किताब के चोथे खंड में भी यह बात दर्शायी गई है कि शाहजहां ने ताजमहल के साथ तोड़ फोड़ की थी।

इसके अलावा लोग शाहजहां के चरित्र पर भी कई सवाल उठाते हैं, बताया जाता है कि शाहजहां की मुमताज के अलावा 6 पत्नियां और थीं, और शाहजहां ने मुमताज से 14 बच्‍चे पैदा किए थे।

अब दोनो कहानियों में से क्‍या सच है और क्‍या गलत इसका फैसला तो अभी नही आया है लेकिन ताजमहल की खूबसूरती के चर्च पूरी दुनिया में है साथ ही यह भारत की एक अदभुद धरोहर है। तो कहानियों पर भरोसा न करते हुए आप इस सुंदर स्‍थान का आनंद लें।

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