Politics

2 मई को दिया इस्तीफा, क्या 3 मई को बदल सकता है शरद पवार का फैसला?

Sharad Pawar

Sharad Pawar ने मंगलवार, 2 मई को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की घोषणा की कर दी है, इसके बाद पार्टी नेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गईं है। इस दौरान एक अंदाजा यह भी लगाया जा रहा है कि कहीं अजित पवार बीजेपी में ना शामिल हो जाए।

Sharad Pawar ने अचानक क्यों लिया इस्तीफा?

Sharad Pawar की वर्तमान उम्र 82 वर्ष है। बता दें कि शरद पवार ने इस्तीफे की वजह उनकी सेहत और उम्र बताई है।
शरद पवार ने कहा, ”मैंने आज एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से रिटायर होने का फैसला किया है।” 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिशों में अहम भूमिका निभाने वाले शरद पवार ने कहा, 1 मई 1960 से 1 मई 2023 तक के लंबे सार्वजनिक जीवन के बाद एक कदम पीछे हटना जरूरी है।

शरद पवार का कहना है कि यह नई पीढ़ी के लिए अच्छा समय है कि वो पार्टी का मार्गदर्शन करे। उन्होंने कहा कि एनसीपी सदस्यों की एक समिति पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव पर फैसला ले, उन्होंने पार्टी को अश्वासन दिया कि मेरी ओर से कोई अलगाव या सार्वजनिक रिटायरमेंट नहीं होगा, मैं आपके साथ था, हूं और अपनी आखिरी सांस तक हमेशा रहूंगा।

Sharad Pawar

Credit: google

पार्टी कार्यकर्ता Sharad Pawar के घर उन्हें मनाने पहुंचे..

शरद पवार (Sharad Pawar) को एनसीपी अध्यक्ष के पद पर बने रहने के लिए पार्टी के कुछ नेताओं की ओर से मनाने का प्रयास किया जा रहा है। शरद पवार ने मराठी भाषा में अपनी आत्मकथा ‘लोक माझे सांगाती’ के विमोचन के दौरान इस्तीफा देने की घोषणा की।

वहीं, अजित पवार (Ajit Pawar) ने इस्तीफे के एलान के बाद उनके घर पर मुलाकात की और बताया, ”शरद पवार ने कहा है कि मुझे 2-3 दिन और चाहिए विचार करने के लिए। अजित ने कहा कि शरद पवार ने लोगों की भावनाओं को गंभीरता से लिया है। वह उनकी बातों पर विचार करेंगे और कुछ समय में अपना फैसला सुनाएंगे। अजित ने कहा, ”साहेब ने यह फैसला एक दिन में तो लिया नहीं होगा, लेकिन उन्होंने समय की मांग की है, उन्हें देना चाहिए।

Sharad Pawar नहीं बदलेंगे अपने इस्तीफे का फैसला

अजित पवार (Ajit Pawar) ने कहा था, ”पवार साहब ने कुछ दिन पहले बदलाव की बात कही थी। हमें उनके फैसले को उनकी उम्र और सेहत की नजर से देखना चाहिए और समय के अनुसार सबको फैसला लेना है। पवार साहब ने फैसला लिया है और वह इसे वापस नहीं लेंगे। अजित पवार ने भी पार्टी को अश्वासन देते हुए कहा, साहब हमेशा एनसीपी परिवार के मुखिया रहेंगे। जो भी नया (पार्टी) अध्यक्ष होगा वह पवार साहब के मार्गदर्शन में ही काम करेगा।

Sharad Pawar के फैसले पर भावुक हुए कुछ नेता

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) ने कहा, पवार साहब का फैसला एनसीपी का आंतरिक मामला है साथ ही यह उनका निजी फैसला है। उनकी पार्टी के अंदर कई मुद्दों पर मंथन चल रहा है। इसलिए इस पर प्रतिक्रिया देना हमारे लिए ठीक नहीं होगा। हम स्थिति पर नजर रखेंगे और एक-दो दिन बाद प्रतिक्रिया देंगे।

एनसीपी नेता अनिल भाईदास पाटिल ने कहा, शरद पवार (Sharad Pawar) के इस निर्णय पर महाराष्ट्र के और देश के कार्यकर्ता इसके साथ सहमत नहीं हैं, इस फैसले को किसी भी हालत में चेंज करना जरूरी रहेगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी शरद पवार… ये नाम एक साथ में जुड़ा हुआ है। अनिल का कहना है कि हम जानते हैं कि अगर शरद पवार (Sharad Pawar) के दृष्टिकोण से देखा जाए तो, उम्र के हिसाब से उन्होंने यह फैसला लिया है लेकिन शरद पवार साहब जब तक इस दुनिया में हैं तब तक के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे, ये हमारा फैसला हैं।”

पवार के करीबी समझे जाने वाले पूर्व मंत्री जीतेंद्र आह्वाड ने रोते हुए ही उनसे अपना निर्णय वापस लेने की मांग की। पार्टी के कई कार्यकर्ता यशवंतराव चह्वाण प्रतिष्ठान की सीढ़ियों पर ही धरना देकर बैठ गए। शाम करीब चार बजे सुप्रिया सुले ने अपने मोबाइल फोन को स्पीकर पर डालकर पिता शरद पवार से बात की और पवार ने भी कार्यकर्ताओं को नाश्ता-भोजन करने और घर जाने का निर्देश दिए। कार्यकर्ता लगातार ‘शरद पवार इस्तीफा वापस लो’ का नारा लगा रहे थे।

Sharad Pawar

Credit: google

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी नेताओं की ओर से अजित पवार को पाले बदलने का सुझाव देने की अटकलें सामने आई हैं। हालांकि, सरकार में बीजेपी के सहयोगी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कर दिया है वह इसका विरोध करते हैं। शिदे गुट ने कहा है कि अगर अजित पवार अपने समर्थकों के साथ बीजेपी से हाथ मिलाते हैं तो वह महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा नहीं होंगे।

सवाल यह है, क्या एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार 2-3 दिनों के पुनर्विचार के बाद अपना पद दोबारा संभालेंगे या फिर बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule) और भतीजे अजित पवार के बीच इस तरह ही तकरार बरकरार रहेंगी?

Share post: facebook twitter pinterest whatsapp