राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बुधवार को दुनिया के सबसे बडे स्टेडियम का उद्घाटन किया। इसी के साथ उन्होनें इस स्टेडियम का नाम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा। बता दें यह स्टेडियम पहले सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से जाना जाता था। नवीनीकरण होने के बाद इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्डेटियम बनाया गया और इसका नाम अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है।
लेकिन राष्ट्रपति के इस फैसले से देश के लोग शायद खुश नहीं है लोगों को लगता है कि यह सरदार बल्लव भाई पटेल अपमान है क्योंकि इस स्टेडियम नाम उनके नाम पर ही होना चाहिए था।
उद्घाटन के दौरान, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल थे। आयोजन के दौरान, गृह मंत्री ने कहा कि यह स्टेडियम प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट था, और इसलिए, इसका नाम पीएम मोदी के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है।
स्टेडियम का साइज
स्टेडियम 63 एकड़ में फैला है और 800 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर बनाया गया है। दिलचस्प बात यह है कि इसमें 1,32,000 दर्शकों की बैठने की क्षमता है। इसलिए यह दुनिया का सबसे बड़ा किक्रेट ग्राउंड माना जा रहा है। ग्राउंड में काली मिट्टी से बनी 11 पिचें हैं। आश्चर्यजनक रूप से, नरेंद्र मोदी स्टेडियम एक समान मिट्टी की सतह वाला एकमात्र स्टेडियम है।
आज से शुरू हुआ पहला मैच
भारत और इंग्लैंड के बीच श्रंखला का तीसरे टेस्ट मैच इस मैदान पर खेला जा रहा है। भारत इंग्लैंड के बीच चौथा मैच भी इसी स्टेडियम में खेला जाएगा।