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Business: Ratan Tata क्यों नहीं है अमीरों की सूची में शामिल, 432 भारतीय हैं उन से आगे

Tata Group/ Ratan Tata

Ratan Tata देश की सबसे पुरानी औद्योगिक समूह Tata समूह के मुखिया है,लेकिन अमीरों की लिस्ट में काफ़ी पीछे रह गए है। वे तो top 100 अरबपतियों में भी नहीं है। उनसे ज्यादा अमीर 432 भारतीय है। आखिर ऐसा क्यों ?

जमशेदपुर, जासं: Ratan Tata 1990 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष थे। उन्होंने अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंतरिम अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों और परोपकारी लोगों में से एक होने के बावजूद टाटा अमीरों की सूची में नीचे है। टाटा संस के मानद चेयरमैन Ratan Tata न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक हैं।

Top 100 की सूची में भी शामिल नहीं Ratan Tata

Ratan Tata क्यों नहीं है अमीरों की सूची में शामिल

Credit: Google

किसी को यह उम्मीद करनी चाहिए कि एक व्यक्ति जिसने लगभग छह दशकों तक भारत में सबसे बड़े व्यापारिक साम्राज्यों में से एक का नेतृत्व किया और अभी भी उसकी कंपनियों पर बहुत अधिक प्रभाव रखता है, IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 ने दिखाया कि Ratan Tata से ज्यादा अमीर 432 भारतीय है। वह शीर्ष 10 या 20 सबसे अमीर भारतीयों में से होगा। हालांकि टाटा शीर्ष 100 में भी नहीं है और इसका कारण टाटा ट्रस्ट के माध्यम से टाटा द्वारा किए जाने वाले बड़े पैमाने पर परोपकारी कार्य हो सकते हैं।

टाटा संस की 66 फीसद इक्विटी टाटा ट्रस्ट के पास

टाटा समूह की कंपनियों की शीर्ष कंपनी टाटा संस की दो-तिहाई हिस्सेदारी ट्रस्ट के पास है, जिसका अर्थ है कि टाटा संस की 66% इक्विटी टाटा ट्रस्ट के पास है और ट्रस्ट के परोपकारी कार्यों का समर्थन करने के लिए लाभांश सीधे प्रवाहित होता है।उल्लेखनीय हैं कि जमशेदजी tata के वंश के तहत वर्षों में कई ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट, जो टाटा ट्रस्ट की छत्रछाया में काम करते हैं। ‘Taarak Mehta Ka Ooltah Chasmah’ शो को मिला नया टप्पू, अब नजर आएंगे ये कलाकार

‘द टाटा ग्रुप: फ्रॉम टॉर्चबियरर्स टू ट्रेलब्लेज़र’

Tata Group From Torchbearers to Trailblazers

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जेएन Tata स्कॉलर डा. शशांक शाह ने अपनी बुक ‘द टाटा ग्रुप: फ्रॉम टॉर्चबियरर्स टू ट्रेलब्लेज़र’ में लिखा है कि कैसे भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों/व्यवसायों दोनों में जो कंपनी को आगे बढ़ाता है, वह संगठन में अधिकतम व्यक्तिगत संपत्ति रखता है। इनमें कुछ नाम है -जेफ बेजोस, बिल गेट्स, वॉरेन बफेट और मुकेश अंबानी।

डा. शशांक शाह ने लिखा है कि विशेष रूप से बड़े व्यवसायों के मामले में संस्थापक और नेता दुनिया के सबसे धनी लोगों में से हैं। उनके शोध से पता चला है कि जिन कंपनियों के वे मालिक हैं और उन्हें चलाते हैं, उनमें उनकी इक्विटी हिस्सेदारी एक प्रमुख कारण है। Disney To Lay Off 7,000 Employees To Cut Costs: CEO Bob Iger हालांकि टाटा समूह के मामले में न तो टाटा परिवार और न ही चेयरमैन Ratan Tata भारत के सबसे धनी परिवारों की सूची में शामिल हैं।

 

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