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Ramadan 2024 in India: सऊदी अरब और दुबई में दिखा चांद, पढ़ें भारत में कब शुरू होगा रमजान का पाक महीना

Ramadan 2024 in India

Ramadan 2024 in India सऊदी अरब में रमजान का चांद दिख गया है और रमजान आज यानी 11 मार्च सोमवार से शुरू होगा। ईशा की नमाज के बाद दो पवित्र मस्जिदों में तरावीह की नमाज शुरू होगी। मजमाह यूनिवर्सिटी एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी द्वारा रमजान चांद दिखने की घोषणा की गई। इस बार साऊदी में चांद दिख गया है और रोजे आज से शुरू हो गए हैं।

रमजान 2024: तिथि?(Ramadan 2024 in India)

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 2024 में रमजान सोमवार, 11 मार्च, 2024 की शाम को चांद के दीदार (दर्शन) के बाद शुरू होने की उम्मीद है और मंगलवार, 9 अप्रैल की शाम को समाप्त होगा. अगले दिन ईद-उल-फितर का त्योहार, जो मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के अंत का प्रतीक है , पूरी दुनिया में मनाया जाता है.

ईद-उल-फितर जिसे अक्सर ईद के रूप जाना जाता है. हालांकि, खगोलीय गणना के आधार पर ये तिथियां अस्थायी हैं. पारंपरिक रूप से रमजान की सटीक शुरुआत की पुष्टि चांद दिखने के साथ की जाती है.

रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है कि जोकि शाबान महीने (आठवां महीना) के बाद आता है. बताया जा रहा है कि, इस साल रमजान की शुरुआत सोमवार, 11 मार्च से होगी. हालांकि शाबान के 29वें दिन चांद का दीदार होने के बाद ही रमजान शुरू होने की तारीख तय होती है.

रमजान क्या होता है?

इस्लाम धर्म में रमजान एक पाक (पवित्र) महीना है. इस दौरान दुनिया के लगभग 1.8 अरब मुसलमान रोजा रखते हैं.

रोजा रखने का ये महीना इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक तय होता है, जो चांद दिखने पर आधारित होता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक रमजान का महीना कैलेंडर के नौवें महीने में आता है. रमजान की शुरुआत चांद पर निर्भर होती है.

रमजान में मुसलमान क्या करते हैं?

रमजान के दौरान जो इस्लाम धर्म में यकीन रखने वाले लोग रोजा रखते हैं. इस दौरान सुबह की नमाज के बाद सूर्यास्त तक कुछ खाना और पीना नहीं होता है. रमजान के दौरान रोजेदार नमाज अदा करने के साथ ही, कुरआन शरीफ की तिलावत करते हैं, जकात (दान) देते हैं और ऐसे काम करने की कोशिश की जाती है, जिससे सवाब (पुण्य) मिले. रमजान के दौरान दिन में खाने-पीने से दूर रहने के अलावा बदकारी, झूठ, लड़ाई-झगड़े, गुस्सा से परहेज करना होता है. ऐसे तो आम दिनों में भी इन सब चीजों की मनाही होती है, लेकिन रमजान में खास तौर पर खुद की बुराई को दूर कर एक अच्छा इंसान बनने के मौके के तौर पर देखा जाता है. एक महीने का रोजा पूरा होने के बाद ईद-उल-फित्र मनाई जाती है.

रमजान महीने को पवित्र महीना क्यों माना जाता है?

रमजान का महीना मुसलमानों के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि इसी महीने में इस्लाम की पवित्र किताब कुरआन शरीफ नाजिल (अल्लाह की ओर से भेजी गई) होना शुरू हुई थी. जो कि आगे चलकर इस्लाम धर्म की मार्गदर्शक बनी. आगे चलकर फिर इसी किताब ने मुसलमानों को जिंदगी जीने का तरीका बताया, रमजान के महीने में रोजा रखना उन्हीं तरीकों में से एक है.

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