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क्या होता है ब्लैक फंगल इंफेक्शन, मप्र सरकार की इससे निपटने की क्या है तैयारी 

पूरे देश के साथ अब राजधानी भोपाल में भी ब्लैक फंगल का इंफेक्शन एक नई मुसीबत के रूप में सामने आ रहा है। पिछले दो सप्ताह में राजधानी में इस इंफेक्शन के 60 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में भी इस बीमारी ने 20 लोगों को बीमार कर दिया है।

डॉक्टर्स की मानें तो स्टेयरॉइड और एंटीबायोटिक दवाओं के ओवरडोज के कारण इस बीमारी से लोग बीमार हो रहे हैं। दवाओं के हाईडोज से कम हुई इम्युनिटी के कारण राइजोफस और म्यूकर नामक फंगस के शरीर में पहुंचने के कारण यह इंफेक्शन हो रहा है।

इसके कारण आंखें, जबड़े, नाम और मुंह संक्रमित हो रहे हैं। संक्रमित अंगों को निकालना ही इससे बचने का एकमात्र उपाय है, समय पर सही इलाज न मिलने से संक्रमित की जान भी जा सकती है। 

प्रदेश सरकार कैसे निपटेगी इस इंफेक्शन से :
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण लोगों में वैसे ही दहशत है। उसी बीच ब्लैक फंगल इंफेक्शन ने सरकार और लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। हालांकि सरकार ने इससे निपटने के लिए अपनी तैयारी करना शुरू कर दी है। शिवराज सरकार इस संक्रमण से निपटने के लिए अमेरिका के डॉक्टर्स की मदद ले रही है।


साथ ही इससे बचाव हेतु सरकार देश का पहला म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट प्रदेश के दो जिलों में तैयार कर रही है। भोपाल के हमीदिया अस्पताल और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 10 बिस्तरों का म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट और ऑपरेशन थिएटर तैयार किया जाएगा। 

अमेरिका के डॉक्टर मनोज जैन ने दी महत्वपूर्ण जानकारियां : 
संक्रमण से प्रभावी तरह से निपटने के लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बुधवार को हमीदिया के डॉक्टर्स के साथ अमेरिका में प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टर मनोज जैन से चर्चा की है। डॉक्टर जैन यूएस में बड़े स्तर पर ब्लैक फंगल से संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं।


इस दौरान उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक प्रेजेंटेशन देते हुए म्यूकोर बीमारी के कारण, फैलाव, प्राथमिक लक्षण और प्रारंभिक अवस्था में इसकी पहचान और इसके प्रभावी इलाज पर अपनी जानकारियां साझा कीं। 

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भोपल-जबलपुर में तैयार होगी म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट
बीमारी से पीड़ित मरीजों के बेहतर इलाज के लिए सरकार पहले फेस में भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 10-10 बिस्तरों की म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट करने की तैयारी कर रही है। यह देश का पहले म्यूकोरमाइक्रोसिस यूनिट होगा।

इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बीमारी में मुख्य रूप से चार विंग ENT, नेत्रों रोग विभाग, न्यूरोलॉजी और मेडिसिन इन्वॉल्व होती हैं। इन चारों विभाग को मिला कर भोपाल और जबलपुर में यूनिट शुरू की जाएगी। बीमारी से बचाव के लिए ऑपरेशन थिएटर की भी व्यवस्था की जाएगी। जिसमें कोरोना से उभर चुके लोगों के लिए और कोरोना संक्रमित लोगों के लिए अलग अलग ऑपरेशन थिएटर होगा।

 
डायबिटीज पेशेंट्स के लिए खतरनाक है यह इंफेक्शन : 
कोरोना संक्रमित मरीजों के फेफड़ों का इंफेक्शन कंट्रोल करने के लिए मेड्रोल जैसे स्टियरॉइड के हाईडोज इस्तेमाल हो रहे हैं। इन दवाओं के इस्तेमाल से व्यक्ति की इम्यूनिटी प्रभावित हो जाती है, जिसके कारण आगे चलकर पेशेंट ब्लैक फंगस इन्फेक्शन से संक्रमित हो जाता है। अब तक की जानकारी में डायबिटीज पेशेंट इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। 

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