पिछले महीने हुए चुनाव में एनडीपीपी (NDPP) ने बिना किसी शर्त के भालपा के साथ गठबंधन किया । एनडीपीपी और बीजेपी ने चुनाव मे 25और 12 सीटों को अपने नाम किया। जिसमे से 25 सीटें एनडीपीपी (NDPP) की और 12 सीटें भाजपा की हुई।राज्य में विधानसभा चुनाव के नातीजें 2 मार्च को बताए गए।
पहले भी समान्य रह चुकें परिणाम
पिछली बार यानि 2018 मे भी हमनें यही देखा, उस साल भी नगालैंड एनडीपीपी (NDPP) पार्टी में लगभग 60 विधायक थेै।इस बार नगालैंड मे एनडीपीपी मे सबसे ज्यादा राजनीतिक दलों ने जीत हासिल की हैं ।इससे पहले भी एनडीपीपी (NDPP) बिना विपक्ष वाली सरकार बन चुकी हैं।
बिना किसी शर्त के किया भाजपा का समर्थन
सूत्रों को देखा जाए तो लोकजनशक्ति पार्टी , आरपीआई और जद यू पहले ही अपना समर्थन पत्र सौंप चुके हैं।इसके साथ ही एनपीएफ के महासचिव एवं नवनिर्वाचित विधायक अचुम्बेमो किकोन ने अपना अंतिम निर्णय नही सुनाया है, परन्तु पार्टी द्वारा सरकार को समर्थन देने की संभावना है ।
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यह पहली बार नही है जब नगालैंड मे बिना विपक्ष वाली सरकार बनी है। इससे पहले भी 2015 और 2021 मे भी सरकार के चालू कार्यकाल के दौरान ऐसा ही कुछ देखा जा चुका है। लेकिन सबसे रोमांचक बात यह है कि एनडीपीपी (NDPP) पहली ऐसी विधानसभा होगी जो शपथ लेने से पहले ही विपक्ष रहित होने वाली है।
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