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भोपाल के 25 अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, डॉक्टर ने सोशल मीडिया पर लगाई मार्मिक गुहार

मध्य प्रदेश में कोरोना के कारण हालात बद से बदतर हो गए हैं। सरकारी आंकड़ों की मानें तो एमपी की राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिनों में कोरोना कहर बनकर आम लोगों पर टूट पड़ा है। आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में प्रदेश में  पॉजिटिविटी दर 16.9% रही है। लेकिन भोपाल में यह दर 30% से भी  ज्यादा है। 

हालांकि विभागीय सूत्रों के अनुसार भोपाल में 50 प्रतिशत से भी ज्यादा कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आ रहे हैं। मंगलवार को भोपाल में यहां कोरोना के 1500 से भी ज्यादा केस आए। वहीं शहर के विभिन्न शमशान घाटों और कब्रिस्तान में 84 से ज्यादा लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। 

दो दर्जन से ज्यादा अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, मरीजों को नहीं मिल रहे बेड :

राजधानी भोपाल के 2 दर्जन से ज्यादा कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी के कारण पेशेंट्स के परिजनों में डर का माहौल बना हुआ है। पिछले कई दिनों से अस्पलातों में मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न मिलने के कारण बड़े पैमाने पर मरीजों की मौत की खबरें भी सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भोपाल के 100 से ज्यादा अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। 

मंगलवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों के पास 500 से ज्यादा फोन गए और सभी फोन कॉल अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को लेकर थे। राजधानी में औसतन हर दिन 30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लग रही थी, जो अब बढ़कर 60 मीट्रिक टन हो गई है।

सिटी हॉस्पिटल ने लगाए थे जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप :

एमपी नगर स्थित सिटी हॉस्पिटल प्रबंधन ने मंगलवार को प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रशासन द्वारा हॉस्पिटल को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करवाने में लापरवाही बरती जा रही है, जिसके कारण मरीजों की मौत हो रही है। गौरतलब है कि भोपाल के सिटी अस्पताल में 6 कोरोना मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हो गई थी।

डॉक्टर की मार्मिक अपील सोशल मीडिया पर वायरल :

ऑक्सीजन की कमी के चलते हो रही मरीजों को मौत को लेकर राजधानी के वैष्णव अस्पताल के डॉ. परिहार ने प्रशासन से हाथ जोड़कर ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से लोग मर रहें है। जनप्रतिनिधियों को अस्पलातों में जा कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मरीजों को ऑक्सीजन के सिलेंडर मिल रहे है या नहीं।

हॉस्पिटल की वैन को एक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए 8-8, 9-9 घंटे लाइन में लगना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आप समझिए एक सिलेंडर से 10-10 मरीज किस तरह सर्वाइव करेंगे। स्थिति बहुत ही भयावह है कृपया ऑक्सीजन की आपूर्ति को जल्द सुनिश्चित करें।

मंगलवार को 84 शवों का हुआ अंतिम संस्कार: 

भोपाल में कोरोना मरीजों के आंकड़ें बढ़ने के साथ ही मौत के आंकड़े भी तेजी से बढ़ रहें हैं। लेकिन सरकार मौते के आंकड़ों को छुपा रही है। भोपाल में कोरोना संक्रमण से हुई मौते की हकीकत यहां के श्मशान घाट और कब्रिस्तान बयान कर रहे हैं। मंगलवार को भोपाल में कुल 84 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया। इसमें से भदभदा श्मशान घाट पर कुल 47 शव, सुभाषनगर विश्राम घाट पर 28 शव को जलाया गया और झदा कब्रिस्तान पर 9शव को दफनाया गया।

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