12 अप्रैल 2021 को पंजाब के सामने राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया अपना आईपीएल डेब्यु किया, अपने पहले ही मैच में 3 विकेट लेने वाले चेतन सकारिया ने सबको हैरान दिया, अपने पहले मैच से चर्चाओं में आए चेतन के बारे में कई बड़े किक्रेटरों ने चर्चा की जिनमें से वीरेंद्र सहवाग एक हैं।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने चेतन सकारिया के बारे में एक कहानी शेयर की जिसने लोगों की आखें नम कर दी उन्होनें बताया कि कैसे ये नौजवान, उनके परिवारों के लिए इतना बड़ा त्याग देकर किक्रेट का मतलब बता जाते हैं।
वीरू ने इस ट्वीट में चेतन सकारिया का मां का इटरव्यू शेयर किया और लिखा कि “चेतन के भाई ने कुछ महीने पहले किसी कारणवश सुसाइड कर लिया था उनके माता पिता ने चेतन से यह बात 10 दिन छुपाई क्योंकि वह उस वक्त सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे थे।”
क्रिकेट इन युवा क्रिकेटरों और उनके माता पिता के कितना माइने रखता है सही मायने में आईपीएल भारतीय सपनों का पूरा करता है।
Chetan Sakariya’s brother died of suicide few months ago,his parents didn’t tell him for 10 days as he was playing the SMA trophy. What cricket means to these young men,their families .IPL is a true measure of the Indian dream & some stories of extraordinary grit????????Great prospect pic.twitter.com/r0mISy9Asv
— Virender Sehwag (@virendersehwag) April 12, 2021
चेतन सकारिया की मां का इटरव्यू
aboutthewicket.com को इंटरव्यू देते हुए चेतन सकारिया की मां ने अपने परिवार और बेटे के संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि “हम पहले 10 दिनों के लिए अपने भाई की मृत्यु के बारे में उसे नहीं बता पाए। क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि उसका खेल प्रभावित हो। हम सभी ने उसे बताया कि उसके पिता की तबियत खराब है” सकरिया की मां ने को बताया।
“हर बार चेतन अपने पिता के स्वास्थ्य के बारे में पूछने के लिए फोन करता था, वह हमें अपने भाई से बात करने के लिए कहता था। लेकिन मैं इस विषय को बदल देती थी। मैं उसे उसके पिता से भी बात नहीं करने देती थी क्योंकि मुझे पता था कि मेरे पति उसे सच बता देगें और उसके खेल पर असर पड़ेगा। लेकिन एक दिन उसे इस बात का पता चल गया, चेतन ने एक हफ्ते तक किसी से बात नहीं की। न ही उसने खाना खाया। क्योंकि वह अपने भाई बहुत से बहुत करीब था।”
चेतन की मां ने अपने आर्थिक और भावनात्मक संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि आईपीएल से उनकी जिंदगी पर बहुत असर पड़ा है। सकरिया अपने भाई की मृत्यु के बाद अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य है। उनके पिता, एक लॉरी चालक थे, जो तीन दुर्घटनाओं के अब सर्जरी के दौर से गुजर रहे हैं। शकरिया ने अपने मामा की स्टेशनरी की दुकान पर काम किया, ताकि वह परिवार चला सकें। एक ऐसा समय था जब वह अपने लिए जूते भी नहीं खरीद सकता था। और सकरिया ने राजकोट में अपने परिवार के लिए एक घर खरीदने की पहल की है।
भारतीय इतिहास में ऐसे कई क्रिकेटर निकलकर सामने आए जिन्होनें अपनी कड़ी मेहनत से अपने घर के हालात बदले और लोगों के लिए एक मिसाल बने सकारिया उनमें से एक हैं।