जानकारी। फेविकोल / Fevikwik हम सबने फेविकोल या फेविक्विक कुछ ना कुछ स्टिक करने के लिए जरूर इस्तेमाल किया होगा, पर क्या आपने कभी ये सोचा है की फेवी क्विक अपने खुद के ट्यूब में क्यों नहीं चिपकता।
ऐसा इसिलिए होता है क्योंकि सबी तरह के गोंद को एयर टाइट ट्यूब में पैक की जाति है, या ट्यूब में जब्क को बाहर की हवा नहीं मिलती है, इसलिए ट्यूब में एक विशेष विलायक भी जो डाला में जाता है इससे ग्लू अपने खुद के ट्यूब में नहीं चिपकता।
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आपने कई तरह के गोंद के विज्ञापन देखे होंगे जो ऐसा दावा करते हैं कि सामान टूट जाएगा,लेकिन ग्लू नहीं छूटेगा। फेवीकोल का नाम कौन नहीं जानता? इसके अलावा भी कई तरह के गोंद के प्रचार टीवी में आते रहते हैं।
इन सबसे अलावा Fevikwik का यूज भी लोग बहुत ज्यादा करने लगे हैं। फेवीक्विक का इस्तेमाल करते वक्त लोग थोड़ा बचकर रहते है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर यह हांथ या आंख में चला जाए तो काफी खतरनाक हो सकता है।
पहले तो हम पेपर चिपकाने के लिए ही गोंद का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब हम इससे लकड़ी, कांच और जूते तक चिपकाने लगे हैं।
यह इतने तेज होते हैं कि इसका यूज संभलकर किया जाता है। फेविक्विक की मदद से हम खिलौने से लेकर गाड़ियों के पार्ट्स तक चिपका सकते हैं।
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अपनी डिब्बी में क्यों नहीं चिपकता Fevikwik
आप सभी Fevikwik के नाम और काम से अच्छी तरह से वाकिफ होंगे। आज के वक्त में कैसी भी चीज टूट जाए, लोग फटाफट 5 रुपए वाला फेवीक्विक खरीद कर फटाक से चीजों को जोड़कर चिपका लेते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है यह अपनी ही डिब्बी में क्यों नहीं चिपकता। शायद आपने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया हो, लेकिन यह वाकई में अचरज में डालने वाला सवाल है।
Fevikwik में मिलाई जाती है ये खास चीज
यह सच है कि Fevikwik किसी भी चीज को चिपका देता है,लेकिन अपनी खुद की डिब्बी में नहीं चिपकता। इसके पीछे साइंस का कमाल है।
फेवीक्विक बनाते समय कंपनी इसके ऑर्गेनिक सॉल्वेंट में एक खास चीज मिलाती है, जिसे Cyanoacrylate Polymer कहा जाता है।
Fevikwik का सॉल्यूशन जब किसी सतह पर गिराया जाता है, तो ये हवा के साथ वाष्पीकृत होकर उसके साथ चिपक जाता है।
वहीं दूसरी ओर जब Fevikwik अपनी डिब्बी में रखा होता है, तब यह हवा के संपर्क में नहीं आता है। इस वजह से न ये वाष्पीकृत हो पाता है और ही ये डिब्बी में चिपक पाता है।
यदि इसकी डिब्बी को कुछ देर तक खोल कर रख दिया जाए तो यह जरूर उस डिब्बी में भी चिपक जाएगा। मतलब जब तक यह हवा के संपर्क में नहीं आएगा, तब तक नहीं चिपकेगा।
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