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Nagchandreshwar Mandir Ujjain: वर्ष में 1 बार नाग पंचमी पर ही खुलते है नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट

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Nagchandreshwar Mandir Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन को मंदिरों की नगरी कहा जाता है। यहाँ कई दिव्य और प्राचीन मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र हैं। इन सभी से कोई न कोई मान्यता और परंपरा जुड़ी हुई है। ऐसा ही एक मंदिर है भगवान नागचंद्रेश्वर का।

महाकालेश्वर मंदिर में इस वर्ष 29 जुलाई को नाग पंचमी उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान वर्ष में एक बार खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट 24 घंटे खुले रहेंगे। इस दौरान दर्शन का सिलसिला 29 जुलाई की रात 12 बजे तक निर्बाध रूप से चलता रहेगा।

नागचंद्रेश्वर मंदिर कहाँ स्थित है?

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हर वर्ष नाग पंचमी के दिन महाकालेश्वर मंदिर के प्रांगण में स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खोले जाते हैं। इस वर्ष नाग पंचमी 29 जुलाई को है। ऐसे में श्री महाकालेश्वर मंदिर में स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर के पट 28 जुलाई की मध्यरात्रि से 29 जुलाई की मध्यरात्रि तक यानी पूरे 24 घंटे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुले रहेंगे।

यह नागचंद्रेश्वर मंदिर क्यों खास है?

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  • महाकाल मंदिर के गर्भगृह में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं। इनके ऊपर ओंकारेश्वर महादेव विराजमान हैं। सबसे ऊपरी मंजिल पर भगवान नागचंद्रेश्वर की मनमोहक मूर्ति विराजमान है। ऊपरी मंजिल में प्रवेश करते ही दाहिनी ओर भगवान नागचंद्रेश्वर की मनमोहक मूर्ति के दर्शन होते हैं।
  • शेषनाग के आसन पर विराजमान शिव-पार्वती की मनमोहक मूर्ति के दर्शन कर भक्त स्वयं को धन्य मानते हैं। शेषनाग पर विराजमान भगवान शिव और पार्वती की यह दुर्लभ मूर्ति 11वीं शताब्दी के इस परमारकालीन मंदिर के शिखर के मध्य में बने नागचंद्रेश्वर मंदिर में है।
  • ऐसी भी मान्यता है कि नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने से राहु-केतु से संबंधित ग्रह दोषों जैसे कालसर्प का अशुभ प्रभाव कम होता है।

Nagchandreshwar Mandir Ujjain: कलेक्टर ने दिए निर्देश

नागपंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे देखते हुए एक बैठक आयोजित की गई जिसमें कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।

इसमें सुचारू दर्शन व्यवस्था, पार्किंग, यातायात नियंत्रण, साफ-सफाई, पेयजल और प्राथमिक उपचार जैसी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, नागचंद्रेश्वर मंदिर जाने वाले एयरो ब्रिज की तकनीकी जांच भी की जाएगी ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

दर्शन के रहती है भरी भीड़

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नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट वर्ष में 1 बार ही खुलने कारण, इस दिन दर्शन के लिए भक्तों की भरी भीड़ रहती है। इस बार नाग पंचमी मंगलवार को पड़ रही है। इससे ठीक पहले सोमवार को बाबा महाकाल की शोभायात्रा निकाली जाएगी, जबकि इससे एक दिन पहले रविवार को अवकाश है। ऐसे में नाग पंचमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। भीड़ को नियंत्रित करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी।

नागचंद्रेश्वर में कैसी रहेगी दर्शन व्यवस्था?

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नाग पंचमी पर नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को अपने वाहन कर्कराज पार्किंग में पार्क करने होंगे। इसके बाद भील समाज धर्मशाला के पास बने जूता स्टैंड पर जूते उतारकर दर्शन के लिए लाइन में लगना होगा। यहां से बड़ा गणेश मंदिर के सामने गेट नंबर 4 से गंगा गार्डन मार्ग, चारधाम मंदिर पार्किंग, जिगजैग पथ, हरसिद्धि चौराहा, रुद्र सागर दीवार और विक्रम टीला होते हुए मंदिर में प्रवेश मिलेगा।

यहां से श्रद्धालु विश्राधाम और एयरो ब्रिज होते हुए भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन के बाद श्रद्धालु बड़ा गणेश मंदिर के सामने से विश्राधाम रैंप, संगमरमर के गलियारे और नवनिर्मित रैंप होते हुए एयरो ब्रिज होते हुए बाहर निकलेंगे।

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