आपने दुनिया में कई तरह के बेशकिमती हीरों के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम बात करने जा रहे हैं कोहिनूर हीरे के बारे में जिसने भारतवर्ष के साथ साथ पूरी दुनिया को अपना गुलाम बनाया। Kohinoor Diamond दुनिया का सबसे सुंदर हीरा जिसे पाने के लिए भारत और ब्रिटिश के बिच कई सालों तक युद्ध चला।
लेकिन वर्तमान में Kohinoor Diamond ब्रिटिश के पास है लेकिन कैसे ? कोहिनूर भारत का होते हुए ब्रिटिश महारानी के ताज में कैसे पहुँचा ? इसके पीछे का राज जानने के लिए हमे कोहिनूर कर इतिहास में झांकना होगा। और यह मालूम करना होगा की कोहिनूर हीरा ब्रिटीशर्स के पास कसी पहुँचा?
A. Kohinoor Diamond का इतिहास

- Kohinoor Diamond के बारे में एक दिलचस्प बात सामने आई है जो आपको हैरान कर देगी। कोहिनूर हीरा भारत का इकलौता ऐसा हीरा है जिसे आज तक ना कोई बेच पाया है और ना ही कोई खरीद पाया है।
- इसे सिर्फ जीता गया है, छीना गया है या सिर्फ तौफ़े के रूप में किसी को दिया गया है। आज तक कोहिनूर के लिए किसी भी देश ने बोली नहीं लगाई और ना ही किसी ने इसका व्यापार किया।
- ब्रिटिश पहुँचने के बाद kohinoor क्वीन विक्टोरिया ने इसे अपने ताज पर सजाया। इसके बाद एडवर्ड VII की पत्नी क्वीन एलेक्जेंड्रा के ताज में सजा, इसके बाद 1911 को क्वीन मैरी के ताज में इसे सजाया गया था और आखिर 1937 में वो ब्रिटिश राज परिवार के आधिकारिक क्राउन का हिस्सा बन गया जिसे क्वीन एलिजाबेथ ने पहना था।
B. क्यों इतना खास है Kohinoor

- दुनिया में कई तरह के हीरे पाए जाते हैं लेकिन Kohinoor एक ऐसा हीरा है जिसे कोई नहीं खरीद पाया और ना ही खरीद पाएगा। दुनिया में कोहिनूर सबसे मशहूर हीरा है जो 105 कैरेट का जिसे भारत के गोलकुंडा की खान से निकाला गया था।
- कोहिनूर या किसी भी हीरे को तराशने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत लगती है। जिसके लिए आँखों का सही होना बेहद जरूरी है।
C. दुनिया का सबसे महंगा हीरा

- कोहिनूर का अर्थ है- आभा या रोशनी का पर्वत। आज इस Kohinoor Diamond की कीमत 70000–84000 करोड़ रुपए है। एक समय एस भी था जब कोहिनूर को दुनिया का सबसे बड़ा हीरा माना जाता था। हीरे के अलावा भारत में सोने चांदी और दूसरे तरह के कई हीरे मौजूद हैं।
- कुछ लोगों का मानना है कि 5000 साल पहले किसी संस्कृत भाषा के लेख में इसकी बात की गई थी। Kohinoor एक शापित हीरा है, यह कहना है सन् 1306 में लिखे गए एक लेख में जो कहता है कि कोहिनूर भारत के राजा दिलीप सिंह के पास मौजूद था जिसकी वजह से उन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा इसलिए उन्होंने लॉर्ड डलहौजी ने कोहिनूर को ब्रिटिश क्वीन को सौंपने को कहा था।
D. इस वक्त कोहिनूर कहाँ है?

- भारत के गोलकुंडा की खान से आया कोहिनूर हीरा जो भारत से छीनकर ब्रिटीशर्स के पास चला गया, आज वो ब्रिटिश ताज का गौरव है, जिसे लंदन के टॉवर में रखा गया है। इस समय कोहिनूर हीरा ब्रिटेन की Royal Family के पास मौजूद है। मुगल काल से पहले कोहिनूर हीरे की कोई जानकारी सामने नहीं आई थी।
- लिखित में पहला रिकॉर्ड 1750 के आसपास मिलता है जब फारसी शासक नादिर शाह ने मुगलों की राजधानी दिल्ली पर धावा बोला था। नादिर शाह पूरी दिल्ली लूटकर अफगानिस्तान ले गया। कीमती रत्नों से जड़ा राजमुकुट भी जिसमें कोहिनूर भी शामिल था। इसके बाद कोहिनूर सिख राज्य के हाथो में चल गया और उसके बाद ब्रिटीशर्स के पास।
E. भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान किसका होगा कोहिनूर ?

- ब्रिटीशर्स से आजादी मिलते ही भारत ने अंग्रेजों से कोहिनूर वापस मांगा था। कांग्रेस के एक कोषाध्यक्ष मिश्र बेली राम ने कोहिनूर को सिख साम्राज्य के पास ही रहने दिया। भारत की मांग पर ब्रिटिश सरकार ने कहा कि हीरा उसके असली मालिक, लाहौर के महाराजा की ओर से औपचारिक रूप से तत्कालीन संप्रभु महारानी विक्टोरिया को दिया गया था। ब्रिटिश सरकार ने कहा कि कोहिनूर का मामला ‘नॉन-नेगोशिएबल’ हैं यानी इसपर कोइ मोलभाव नहीं हो सकता।
- पाकिस्तान ने भी 1976 में कोहिनूर पर अपना हक जताया था उस वक्त जुल्फिकार अली भुट्टो ने अपने ब्रिटिश समकक्ष को लिखा था कि ‘मुझे आपको यह याद दिलाने की जरूरत नहीं कि हीरा पिछली दो सदियों में किसके हाथों से गुजरा है। 1849 में लाहौर के महाराजा संग शांति संधि में इसे ब्रिटिश राजघराने को देने का स्पष्ट जिक्र नहीं है।’
F. अफगानिस्तान को भी चाहिए कोहिनूर

- सन् 2000 में अफगानिस्तान ने भी कोहिनूर को अपना बताया था। तब तालिबान के विदेश मामलों के प्रवक्ता फ़ैज़ अहमद फैल ने कहा था कि ‘हीरे का इतिहास बताता है कि यह हमसे (अफगानिस्तान) छीनकर भारत को दिया गया और फिर वहां से ब्रिटेन को। हमारा दावा भारतीयों से ज्यादा मजबूत है।’
- क्या भारत वापसी की तैयारी में Kohinoor सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार ने भारत सरकार की ओर से अदालत को बताया कि Kohinoor Diamond ‘रणजीत सिंह ने अंग्रेजों को सिख युद्धों में मदद के लिए दिया था। कोहिनूर चोरी की गई वस्तु नहीं है।’
- हालांकि, फौरन तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने दावा किया कि सरकार कोहिनूर को वापस लाने की सारी कोशिशें कर रही है। हालांकि ASI ने यह भी कहा था कि हीरे को वापस लाने का कोई कानूनी आधार नहीं है।
G. List of Most Expensive Diamond In The World
महंगे हीरे |
कीमत |
मालिक |
1. ‘कोह-ए-नूर (05.6 कैरेट) | अमूल्य | ब्रिटिश क्राउन |
2. कलिनन (3,06 कैरेट) | $ 2 बिलियन से अधिक | क्वीन एलिजाबेथ |
3. द होप (45.52 कैरेट) | $350 मिलियन | स्मिथसोनियन संस्थान |
4. डी बियर शताब्दी (273.85 कैरेट) | $ 90 मिलियन | अज्ञात |
5. ८7 पिंक स्टार (59.6 कैरेट) | $ 7.2 मिलियन | चाउ ताई फूक |
6. द रीजेंट (40.64 कैरेट) | $ 6.4 मिलियन | फ्रांसीसी राज्य |
7. ओपेनहाइमर ब्लू (4.62 कैरेट) | $ 50.6 मिलियन | अज्ञात |
8. जोसेफिन का ब्लू मून (2.03 कैरेट) | $ 48.4 मिलियन | जोसेफ लाउ |
9. ग्राफ पिंक (24.78 कैरेट) | $ 46 मिलियन | लेंस ग्रेफ |
10. प्रिंसी (34.65 कैरेट) | $ 40 मिलियन | अज्ञात |
ब्रिटेन Kohinoor वापस देने के लिए कभी हाँ नहीं बोलेगा चाहे भारत किसी भी कूटनीति को अपना लें। 170 से ज्यादा सालों से कोहिनूर अंग्रेजों के पास सुरक्षित रखा है और एक दशक के कोई भी कहिनूर पर अपना हक नहीं जता सकता। 2013 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भारत आए थे। उन्होंने कोहिनूर को वापस करने के सवाल पर कहा था कि ‘अगर हम ऐसी मांगें पूरी करने लगे तो पूरा ब्रिटिश म्यूजियम खाली हो जाएगा।’