HMPV virus case in india: चीन के बाद HMPV virus ने भारत में भी दस्तक दे दी है। HMPV यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस भारत में तेजी से फैल रहा है। सोमवार को एक ही दिन में HMPV के पांच मामले पाए जाने से भारत में हड़कंप मच गया। इसके चलते खुद स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को बयान देना पड़ा। उन्होंने देशवासियों से कहा कि सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है।
अभी चिंता की कोई बात नहीं है। भारत में अब तक HMPV virus के पांच मामले मिल चुके हैं। सोमवार को कर्नाटक में HMPV virus के दो, गुजरात में एक और तमिलनाडु में 2 मरीज मिले थे। आज यानी मंगलवार को भी दो नए मामले मिले हैं। इस तरह चीन से फैलना शुरू हुई नई बीमारी HMPV ने भारत की भी टेंशन बढ़ा दी है। भारत में अब तक मिले सभी मामले संक्रमित बच्चे हैं। तो आइए जानते हैं कि भारत और चीन में HMPV virus को लेकर क्या ताजा अपडेट हैं।
भारत सरकार ने HMPV virus case को लेकर क्या कहा?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने सोमवार को कहा कि भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आने के बाद सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है और देश में किसी भी सामान्य श्वसन वायरस रोगज़नक़ में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है।
जेपी नड्डा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि चीन में एचएमपीवी की हालिया रिपोर्टों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय, देश की शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्था आईसीएमआर और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) चीन और अन्य पड़ोसी देशों में स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने स्थिति का संज्ञान लिया है और जल्द ही रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा।
Read Also: HMPV virus: बेंगलुरु में 8 महीने की बच्ची में HMPV का पहला मामला सामने आया
HMPV virus पर 10 बड़ी बातें
- आईसीएमआर ने भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के 6 मामलों का पता चलने की पुष्टि की है, जो चीन में तेजी से फैल रहा है।
- आईसीएमआर और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है।
- स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल के अनुसार एचएमपीवी वायरस नया नहीं है और यह भारत समेत दुनिया के कई देशों में लंबे समय से सक्रिय है।
- अगर सर्दियों में आम निमोनिया वायरस के फैलने की बात करें तो सर्दियों में इसके संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन भारत में इसके संक्रमण के बढ़ने के कोई संकेत नहीं हैं।
- स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सर्दियों के मौसम में निमोनिया वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और यह बुजुर्गों और पांच साल से कम उम्र के बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है।
- इसकी पहचान 2001 में हुई थी और यह कई सालों से पूरी दुनिया में फैल रहा है।
- एचएमपीवी हवा के जरिए, सांस के जरिए फैलता है। यह हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है।
- भारत में दोनों मामलों का पता आईसीएमआर की नियमित निगरानी से चला है। निमोनिया के कुछ मामलों के नमूने वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए प्रयोगशाला में भेजे जाते हैं ताकि संक्रमित वायरस की सही पहचान की जा सके।
- HMPV एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त श्वसन रोग पैदा करने वाला वायरस है जो सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संबंधी समस्याएँ पैदा कर सकता है।
- रोगियों को खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई और नाक बहने की समस्या होती है।
Read Also: Tonsil के घरेलू उपचार: इन 4 घरेलू उपायों से टॉन्सिल की समस्या से पाएं छुटकारा