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Earthquake: तुर्की में आए भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत। सीरिया तक पहुँचे झटके।

सीरिया तक पहुँचे झटके।

तुर्की में आए भूकंप से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। Earthquake के झटके इतने तीव्र थे कि तुर्की की इमारतों को भी नुकसान पहुँचा है।

7.8 मापी गई तीव्रता(Earthquake):

तुर्की के वा उसके पदोषी देशों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर यह झटके महसूस किए गए। इसका असर सीरिया तक देखने को मिला। जानकारी के मुताबिक, भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई।

तुर्की में आए भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत।

Credit: Google

रेपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की में कम से कम 300 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है, और 2500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सीरिया में काम से कम 237 लोग मारे गए और 639 लोगों के घायल होने की आशंका जताई जा रही है। इस्राइल और लेबनान में भी कई मौतों की आशंका जताई जा रही है।
तुर्की के उपराष्ट्रपति फिएट ओकटे ने मीडिया को रेपर्ट दी है कि 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

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“इस आपदा से मिलकर निपटेंगे”: राष्ट्रपति एर्दोगन

सीरिया तक पहुँचे झटके।

तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा की ये प्राकृतिक आपदा से हूं सब मिलकर निपटेंगे। उन्होंने ट्विटर पर कहा की भूकंप क्षेत्रों में खोज और बचाव दलों को तुरंत भेज गया है। हुमए उम्मीद है कि हूं जल्द ही नुकसान की भरपाई कर लेंगे।

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प्रधानमंत्री मोदी ने भूकंप घटना पर जताया दुख:

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की में आए भूकंप की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि “तुर्किए में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायल जल्द स्वस्थ हों। भारत तुर्किए के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है।”

कैसे आता है भूकंप?

भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं।

इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं। भारत का उत्तर- पूर्वी क्षेत्र भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता है इस क्षेत्र में सर्वाधिक तीव्रता के भूकंप आते हैं।

Earthquake, सीरिया तक पहुँचे झटके।

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भूकंप की तीव्रता

  • रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 Earthquake दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं।
  • इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते।
  • वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है।

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