मंगलवार को संक्रमण के कारण भोपाल में चार मौतें दर्ज हुईं, जिनमें दो मौतें हमीदिया अस्पताल में और एक-एक मौत चिरायु व पालीवाल अस्पताल में हुई है।
हमीदिया में सर्जरी के लिए वेटिंग :
जिले के सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया में इस वक्त ब्लैक फंगस के 50 से ज्यादा पेशेंट एडमिट हैं। यहां 30-30 बेड के दो वार्ड बनाए गए हैं। वहीं तीसरे वार्ड को जल्दी तैयार करने की तैयारी है। ज्यादा पेशेंट को देखते हुए यहां मरीजों की सर्जरी के लिए वेटिंग सिस्टम लागू किया गया है।
आरकेडीएफ में 60 बिस्तरों का स्पेशल वार्ड तैयार :
मंगलवार को पांच मरीजों की सर्जरी हुई, जिसमें से 2 की मौत हो गई। हमीदिया प्रशासन के अनुसार विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के कारण ऑपरेशन में देरी हो रही है। होशंगाबाद रोड स्थित आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज में भी 60 बिस्तरों का विशेष वार्ड तैयार किया गया है। मेडिकल काॅलेज में 30 बिस्तरों का मेल और 30 बिस्तरों का फीमेल वार्ड तैया
शुरुआती दौर में संक्रमण को खत्म करने की तैयारी :
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की मानें तो बीमारी की नि:शुल्क जांच के लिए विशेष डेस्क बनाई जा रही है। साथ ही नि:शुल्क एंडोस्कोपी जांच की भी व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान में प्रदेश को सनफार्मा कंपनी से एंफोटेरिसिन बी लाइपोसोमोल की 2500 वायल प्राप्त हो चुकी हैं। वहीं 10 हजार वायल मायलॉन कंपनी उपलब्ध करवाएगी।
लापरवाही करने पर गंवाने पड़ रहे हैं अंग :
संक्रमण से निपटने टास्क फोर्स गठित :
इसी समस्या से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है। जिसमें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग, एसीएस एसपी दुबे और हमीदिया अस्पताल के लोकेंद्र दवे शामिल हैं।