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पिता-पुत्री जैसा इस दुनिया में नहीं मिलेगाकोई भी बंधन : आरुषि निशंक

केंद्र सरकार में शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक 21 अप्रैल से कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं और उनकी तबियत बिगड़ने पर गत दिनों उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में एडमिट करवाया गया है। जहां वे कोविड की जटिलताओं से जूझ रहे हैं। इस दौरान अपने पिता के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए उनकी बेटी आरुषि निशंक ने अपने पिता के लिए एक कविता लिखी है।
 
आयुषि ने सोशल मीडिया पर शेयर की पिता के लिए कविता : 
पिता-पुत्री का रिश्ता वाकई सबसे खास होता है। दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसकी तुलना अपनी बेटी के लिए पिता के प्यार से की जा सके। इसलिए जब शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को कोविड-19 जटिलताओं के बाद नई दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया, तो उनकी बेटी आरुषि के पैरों के नीचे से जैसे जमीन खसक गई।

अभिनेत्री, डांसर, पर्यावरण संरक्षक, कवि और आंत्रप्रेन्योर आरुषि चिंता के घेरे में आ गई हैं। इस मुश्किल घड़ी में आरुषि ने कलम का सहारा लिया, जो उन्हें सबसे ज्यादा शांत करती है। इस मौके पर उन्होंने अपने पिता के लिए एक बेहद सुन्दर कविता लिखी और अपने सोशल मीडिया पर इसे शेयर किया। 

 
काेशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती…

जब भी मैं अकेली बैठी रहती,
आप हर बार तोड़ देते थे मेरी चुप्पी,
आज जब आप चुप बैठे हैं तो,
‘आइसोलेशन’ की राय ने बांध दी है मेरी मुट्ठी।
 
बचपन में मेरे रिपोर्ट कार्ड पर,
दिल में जैसे आपके होती थी धुकधुकी।
आज जब आपका ‘ब्लडटेस्ट’ आता है,
मेरी साँस चल चल कर है रुकती।
 
आपका वो डांटना हर बार जब मैं,
खाना खाते फोन में गुम हो जाती हूं।
इस समय जब कोई फाइल लेकर आता है,
तो मैं वैसे ही गुस्से में लाल हो जाती हूं।
 
मेरी चट्टान जरूर आज थोड़ी शांत है,
पर हर पत्थर ने जिससे ताकत ली, वो आप हैं।
‘निशंक’ वो सूरज है जिसने हर दिशा जलकर,
कभी न खोई अपनी कांति ताप है।
 
जीती आपने बहुत-सी बड़ी जंग है,
ये तो महज़ छोटी-सी लड़ाई है।
आप तो योद्धा हैं, हर उस व्यक्ति के,
अब की बार कोविड पर हमारी चढ़ाई है।
 
कर्मा हर बार लौटकर है आता,
सब लोग ऐसा कहा करते थे।
आज जब आप बात नहीं सुनते मेरी तो,
याद वो बातें आती हैं, जो हम अनसुना करते थे।
 
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,
ये मैंने अपने जीवन में आप से सीखा है।
दृढ़ इच्छाशक्ति के मालिक हैं आप,
हर संघर्ष आपके सामने फीका है।
 
हम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं और इस समय में अरुषी के लिए शक्ति और साहस की कामना करते हैं।
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