आजकल बाजार से पानी पाउच या पानी बॉटल खरीदना एक आम बात है ज्यादा तर लोग बस या ट्रेन से सफर करते समय जल्द बाजी में पानी बॉटल खरीदते हैं और कुछ ऐसी बाते भूल जाते हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
बहुत से लोग पानी की प्लास्टिक बॉटल लेने में धोखा खा जाते हैं। लेकिन अगर आप इन बातों का ध्यान में रखते हुए पानी बॉटल या पानी पाउच खरीदतें है तो आप उन अंजान बीमारियां का समाना करने से बच सकते हैं जिनका सामना बहुत से लोग कर चुके हैं।
प्लास्टिक बॉटल या पानी पाउच खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें-
- पानी बोतल खरीदने से पहले आईएसआई मार्क की जाँच जरूर करें। आईएसआई मार्क 1955 से भारत में औद्योगिक उत्पादों के लिए एक मानक-अनुपालन चिह्न है। जो यह बताता है कि इस कम्पनी की प्रोडक्स सरकार की देखरेख में बेचें जा रहे हैं।
- तिथि से पहले पानी के पाउच पर दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें। साथ ही यह भी पढ़ें कि इसमें शुद्धि के लिए किस विधि का उपयोग किया जाता है।
- नॉन स्डेटर्ड कंपनी या अमानक कंपनी का पानी खरीदने से बचें।
- पानी की बोतल खरीदते समय यह सुनिश्चित करें कि बोतल की सील पहले से टूटी हुई न हो।
- खाली होने के बाद मिनरल वाटर की बोतल का इस्तेमाल सामान्य बोतल की तरह न करें, क्योंकि एक बार अधिक बार इसे बोतल को इस्तेमाल करना पानी को उसके पतले प्लास्टिक से दूषित कर देगा। जो कि आपको स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होगा।
- सीधे धूप के संपर्क में आने वाली प्लास्टिक की पैक की हुई पानी की बोतलें खरीदने से बचें। कार, बाइक, बैग्स पर पानी की बोतल या पाउच न रखें, जहां सीधी धूप हो। बोतल का प्लास्टिक धूप के संपर्क में आने के बाद पानी को जहरीला बना सकता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकार हो सकता है इसलिए ठंडी बोतल के लिए ही जाएं।
यह भी जरूर पढें – अलर्ट: ये 7 संकेत चेतावनी देते हैं कि आप हैं अनहैल्दी, भूलकर भी न करें नजरअंदाज