सरकार के नए किसान नियमों के खिलाफ, हजारों किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी है। लेकिन अब इस आंदोलन पर कई सवाल उठना चालू हो गए हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो मौजूद हैं जो किसान विरोध प्रर्दशन पर सवाल उठा रहे हैं कि यह विरोध किसानों की मांगो के लिए किया जा रहा है या किसी पर्सलन ऐजेंडे को सिध्द करने के लिए किया जा रहा है।
यहां देखें वीडियो-
O… I missed this video… Waah waah waah…..
Remember Kasab was wearing Kalawa!
Everyone with Pagadi is not necessarily a Sardar!#khalistani #FarmerProtestHijacked pic.twitter.com/FR5TTjv3Lv
— नवरंग (@Navrang) November 30, 2020
किसान विरोध में क्यूं हुई खालिस्तान की मांग ?
किसान प्रदर्शन में, कई खालिस्तानी तत्वों द्वारा किसान विरोध किया जा रहा है। शुक्रवार को पंजाब-हरियाणा सीमा पर चल रहे किसान विरोध प्रदर्शनों में खालिस्तानी तत्वों की भागीदारी भी देखी गई, जिन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ पंजाबी किसानों को उकसाने के लिए किसान विरोध प्रदर्शन कई धमकी भरे बयान दिए।
इसमें भारतीय प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का ज्रिक भी किया गया। दरहसल भारतीय पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रागांधी की हत्या भी खालिस्तान की मांग के चलते की गई थी।
Farmer protest or Referendum 2020? Listen and decide. pic.twitter.com/qisMGoXo9Z
— Facts (@BefittingFacts) November 27, 2020
विरोध प्रदर्शन के कई वीडियो में, प्रदर्शनकारियों में से एक को कृषि बिलों को लेकर किसानों और केंद्र के बीच आगामी बैठक में समाधान नहीं होने पर पीएम मोदी को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते देखा जा सकता है।
इसके अलावा, विरोध प्रदर्शन, जाहिर तौर पर किसानों द्वारा किए गए, खालिस्तानी समर्थकों द्वारा नियंत्रित किए गए थे, जिन्होंने खालिस्तानी आंदोलन – जरनैल सिंह भिंडरावाले के चेहरे पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाए।
Deep Sidhu on Barkha Dutt interview.
Part 1. pic.twitter.com/OcLo9JXxaw
— smg (@sialmirzagoraya) November 28, 2020
Deep Sidhu is making an ass of himself. Bhindranwale was a terrorist and nothing changes that fact. Irreparable harm has been caused to the agitation by the Khalistani drivel. https://t.co/1V3m0xCWys
— Sherbir Panag ???????? (@Sherbir) November 28, 2020