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बक्सवाहा जंगल बचाओ अभियान : देशभर की 140 संस्थाएं जुड़ीं , 24 से 26 जुलाई के बीच छतरपुर में करेंगे जन जागरण

बक्सवाहा के जंगलों को बचाने के लिए देशभर की संस्थाएं एक साथ जुटना शुरू हो गई हैं। इसी क्रम में बक्सवाहा सहित देशभर में हो रहे जंगलों के दोहन के लिए पटना के प्रसिद्ध पर्यावरणविद डॉ. धर्मेन्द्र कुमार के नेतृत्व में जंगल बचाओ अभियान का गठन किया गया है। जंगल बचाओ अभियान से जुड़े आनंद पटेल ने बताया कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए नर्मदा मिशन के प्रमुख समर्थ गुरु दादा महाराज के संरक्षण में इस अभियान के लिए विभिन्न संस्थाओं को जोड़ते हुए एक राष्ट्रीय समन्वय समिति का गठन किया गया है।

जिसमें देश के लगभग सभी राज्यो की संस्थाओं ने वेबिनार के माध्यम से इस अभियान में जुड़ने की सहमति प्रदान की है। वर्तमान में देशभर की 140 से ज्यादा संस्थाएं इस अभियान के साथ जुड़ चुकी हैं। वहीं राष्ट्रीय समन्वय समिति के निर्माण में रांची स्थित उद्घोष फाउंडेशन के कमलेश सिंह, प्रताप सिंह पर्यावरण एवं शिक्षण सामाजिक संस्था के चौधरी भूपेंद्र सिंह, भाेपाल की करुणा रघुवंशी, वृक्षम फाउंडेशन के नीरज पाठक, पंजाब के अनुराग विश्नोई, समस्तीपुर बिहार के संजय बबलू, मप्र विदिशा के हितेंद्र सिंह रघुवंशी, अखिल भारतीय विश्नोई युवा संगठन के प्रवीण धारणिया, छतरपुर के राजेश यादव और काजल खंडवा का विशिष्ट योगदान है।

24 जुलाई से बक्सवाहा में तीन दिवसीय जन जागरण : 
अभियान के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत 24 से 26 जुलाई के बीच छतरपुर बक्सवाहा में तीन दिवसीय जन जागरण का कार्यक्रम तैयार किया गया है। जिसमें वन का निरीक्षण, ग्रामीणों के साथ बैठकें, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सहित कई कार्यक्रम चलाए जाएंगे। 


वर्तमान में इस अभियान के तहत पोस्टकार्ड अभियान, सोशल साइट्स पर प्रचार-प्रसार, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को पत्राचार करना जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। साथ ही छोटे बच्चों को जंगल बचाओ अभियान के तहत वीडियो बनाकर जनजागृति का कार्य किया जा रहा है, जिसमे भारत, नेपाल, भूटान, अमेरिका, नाइजेरिया के बच्चे भी शामिल हो रहे हैं।

अभियान का उद्देश्य पूरे विश्व के जंगल बचाना : 
इस अभियान से जुड़े भूपेंद्र सिंह बताते हैं कि 3 मई को बक्सवाहा जंगल बचाओ अभियान की शुरुआत वेबिनार के माध्यम से की गई थी, जिसमें विभिन्न राज्यों के 60 पर्यावरण योद्धाओं ने भाग लिया था। जिन्होंने सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से यह अभियान भारत के साथ पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन गया है।

सिंह बताते हैं कि इस अभियान का उद्देश्य बक्सवाहा ही नहीं, बल्कि समस्त धरती के जीव-जंतु, पशु-पक्षी, जंगल, नदी, पर्वत, शैलचित्र हैं। इसलिए समस्त देश-विदेश के पर्यावरण प्रेमियों को एक मंच पर लाने का निर्णय किया गया, ताकि जब भी किसी भी प्रान्त के जंगलों को बचाने का अभियान शुरू हो, तो सम्पूर्ण देश एक साथ एक आवाज में पर्यावरण संरक्षण की आवाज बुलंद करें।

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